उत्तर प्रदेश: बाड़मेर में एक पूजारी मंदिर में आरती करने के बाद पुजारी ने की खुदख़ुशी। मिली जानकारी के मुताबिक 55 वर्षीय पुजारी ने बुधवार की सुबह मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे लोगो ने जब पुजारी को फांसी के फंदे पर लटका देखा। जिसके बाद उन लोगो ने पुजारी को उतारा और अस्पताल ले गए जहा डॉक्टर ने बताया की पुजारी की मौत पहले ही हो चुकी थी।
पुजारी ने मृत्यु पत्र में लिखा था कि, मैं भीमदास आपके मंदिर का पुजारी हूं . मैंने चोरी नहीं की है और मरते समय झूठ नहीं बोल रहा हूं. पुजारी ने आगे लिखा कि मेरे पीछे किसी को परेशान मत करना, विवेक बेटा मैंने चोरी नहीं की है लेकिन मुझे बदनाम किया जा रहा है. पुजारी ने कहा कि अब तक जो मैने कमाया उस पर पानी फेर दिया गया, मेरे बेटे मैं मरना नहीं चाहता लेकिन बदनामी से परेशान हूं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक समदड़ी कस्बे के खत्री पंचायत भवन में बने मंदिर में सोमवार को चोरी हुई थी जिसमे चोरो ने 7 किलो चांदी और दानपत्र से 10000 से अधिक की राशि की चोरी हो गयी। . जिसके बाद इस बात की सूचना मंदिर में मौजूद लोगो ने पुलिस को दे दी।इस घटना पर वहां के SHO ने कहा की मंदिर में चोरी हुई और मुख्य द्वार का ताला भी नहीं टूटा था जिसके बाद पुलिस ग्रामीणों से पूछताछ में जुटी है।