उत्तर प्रदेश : सोमवार से शुरू हुए मानसून सत्र के साथ ही यूपी सरकार और विपक्षी पार्टी के बीच सियासी घमासान भी शुरू हो गया है। जहाँ एक ओर सत्र के पहले ही दिन विपक्षी नेता अखिलेश यादव ने पैदल मार्च निकाल कर प्रदेश सरकार को जनहित के मुद्दों पर घेरने की कोशिश। वहीं अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्विटर के माध्यम से सरकार पर हमला बोल दिया है। बतादें, मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा की, भाजपा का विपक्ष-विरोधी बयान उनकी अहंकारी सोच को दिखता है।
2. यूपी सरकार अगर प्रदेश के समुचित विकास व जनहित के प्रति चिन्तित व गंभीर होती तो उनका यह विपक्ष-विरोधी बयान नहीं आता, बल्कि वे बताते कि जबर्दस्त महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, गड्डायुक्त सड़क, बदतर शिक्षा, स्वास्थ्य व कानून व्यवस्था में नजर आने वाला सुधार किया है व पलायन भी रोका है।
— Mayawati (@Mayawati) September 19, 2022
मायावती में लगातार दो ट्वीट करते हुए लिखा की, यूपी विधानसभा मानसून सत्र से पहले भाजपा का दावा कि प्रतिपक्ष यहाँ बेरोजगार है, यह इनकी अहंकारी सोच व गैर-जिम्मेदाराना रवैये को उजागर करता है। सरकार की सोच जनहित व जनकल्याण के प्रति ईमानदारी एवं वफादारी साबित करने की होनी चाहिए, न कि प्रतिपक्ष के विरुद्ध द्वेषपूर्ण रवैये की। उन्होंने आगे प्रदेश सरकार पर तंज कस्ते हुए लिखा, यूपी सरकार अगर प्रदेश के समुचित विकास व जनहित के प्रति चिन्तित व गंभीर होती तो उनका यह विपक्ष-विरोधी बयान नहीं आता, बल्कि वे बताते कि जबर्दस्त महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, गड्डायुक्त सड़क, बदतर शिक्षा, स्वास्थ्य व कानून व्यवस्था की में नजर आने वाला सुधार किया गया है और लोगों के पलायन को भी रोका गया है।