उत्तर प्रदेश: ईरान में एक बार फिर देखने को मिल सकती है बहुत बड़ी क्रांति। बतादे, वहां की महिलाये हिज़ाब को जला रही है और कह रही है हमे भी आज़ादी से रहने का पूरा हक़ है। चौका देने वाली बात यह है कि पुरुष भी महिलाओ का साथ दे रहे है । यह मामला तब शुरू हुआ जब 22 साल की कुर्द महिला माहसा अमीनी की मौत हो गई। सिर्फ इस कारण क्योकि उसने हिजाब नहीं पहना था। जहां कानून को इसके लिए खड़ा होना चाहिए, वही कानून इस बच्ची का कातिल बन बैठा।
Five nights of protest have occurred in Iran after a young woman who was arrested by Islamic police for an alleged hijab violation died. Women have been burning hijabs in protest. Meanwhile, in the West, the hijab is encouraged as a symbol of diversity. pic.twitter.com/EWGBKC2roq
— Andy Ngô 🏳️🌈 (@MrAndyNgo) September 21, 2022
जानकारी के मुताबिक, माहसा अमीनी ईरान की रहने वाली नहीं थी। वह अपने भाई से मिलने आयी थी, ईरान के ड्रेस कोड में हिज़ाब पहनना अनिवार्य था। लेकिन अमीनी ने इसका उंल्लघन किया। जिसके कारण पुलिस ने हिरासत में ले लिया, और महसा अमीनी को प्राताड़ित किया। जिसकी वजह से इन्हे अस्पताल ले जाया गया और वह इनकी मौत हो गयी। वही दूसरी तरफ पुलिस का कहना है की अमीनी को हार्ट अटैक पड़ा था।