उत्तर प्रदेश : कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 22 साल बाद चुनाव हो रहे हैं, और करीब 24 साल के बाद पार्टी की कमान गांधी परिवार से निकल कर किसी और के हाथ में जाना तय हो गया है। सोमवार 17 अक्तूबर को कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए मतदान शुरू हो चुके हैं। मतदान शुरू होने के साथ ही, चुनाव की प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। ये सवाल कोई और नहीं बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने खड़े किए हैं। थरूर का कहना है की, ‘मल्लिकार्जुन खरगे से कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता आसानी से मुलाकात करते हैं। उनका स्वागत करते हैं, लेकिन मेरे साथ ऐसा नहीं है। मुझसे मुलाकात करने में कांग्रेस के नेता हिचकते हैं।’
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थरूर ने आगे कहा, कई प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) में हमने देखा कि पीसीसी अध्यक्ष, विधायक दल के नेता और कई बड़े नेता खरगे साहब का स्वागत करते हैं, उनके साथ बैठते हैं, पीसीसी से मतदाताओं को निर्देश जाता हैं कि आ जाओ, खरगे साहब आ रहे हैं। यह सिर्फ एक ही उम्मीदवार के लिए हुआ। मेरे लिए ऐसा नहीं हुआ। इस किस्म की कई चीजें कई पीसीसी में हुईं। कई जगह तो पीसीसी अध्यक्ष तक ने मुझसे मुलाकात नहीं की।’ मिडिया से बात करते हुए शशि थरूर ने कहा, ‘मैं कोई शिकायत नहीं कर रहा हूं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि मुझे ज्यादा फर्क पड़ेगा। अगर आप पूछते हैं कि समान अवसर मिल रहा है तो क्या आपको लगता है कि इस तरह के व्यवहार में कुछ फर्क नहीं है?’
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बतादें, कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के लिए देश भर में 40 केंद्रों पर 68 बूथ बनाए गए हैं। करीब 9800 मतदाता इसमें हिस्सा लेंगे जो अलग-अलग प्रदेशों के प्रतिनिधि हैं। मतदान के बाद 19 अक्टूबर को मतगणना कर नतीजे घोषित किये जाएंगे।