लखनऊ : प्रयाग नारायण रोड पर नजूल की जमीन पर बनी सपा नेता फहद याजदान की बोल्डिंग को लखनऊ विकास प्राधिकरण आज ज़मीदोज़ करने जा रहा है। मुंबई से आई विशेष टीम याजदान बिल्डिंग के ध्वस्तीकरण का काम करेगी। रविवार को बुलडोजर से यजदान अपार्टमेंट की चहारदीवारी तोड़ने के बाद लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया था। यहां चार फ्लैटों में खरीदार रह रहे थे। पुलिस ने उनको बाहर निकाल दिया है। यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि रेरा में प्रोजेक्ट पंजीकृत होने पर ही अपना पैसा लगाया था। LDA की गलती का हर्जाना हमें क्यों भुगतना पड़ रहा है।
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बतादें, सपा नेता फहद याजदान ने नजूल की जमीन पर इसका निर्माण साल 2015 में किया था। उस वक्त LDA के अफसरों ने अपार्टमेंट के मानचित्र को स्वीकृति देकर नजूल की भूमि पर बन रहे अपार्टमेंट का निर्माण होने दिया। मानचित्र स्वीकृत होने के कारण इस प्रोजेक्ट को यूपी रेरा में भी पंजीकृत कर लिया गया था। साल 2016 में शिकायत के बाद LDA ने अपार्टमेंट को सील करा दिया और बिल्डर से 75 लाख रुपए शमन मानचित्र का भी जमा करा लिया।
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LDA सूत्रों का कहना है की, पिछले दो साल में निर्माण के दौरान लगातार अधिकारियों को पैसा पहुंचता रहा। इसकी वजह से कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन अब शासन स्तर से दबाव बन गया है तो कार्रवाई की जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस निर्माण के दौरान LDA के लोगों को करीब एक करोड़ रुपए से ज्यादा का पैसा ब्लैक मनी के तौर पर दिया गया है।