लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानमंडल का शीतकालीन सत्र सोमवार यानि आज से शुरू होने जा रहा है। तीन दिन तक चलने वाले इस सत्र में राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 50 हजार करोड़ रुपए से अधिक का पहला अनुपूरक बजट पेश करेगी। सत्र शुरू होने से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने 5 दिसंबर से शुरू हो रहे 18वीं विधान सभा के तृतीय सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी दलीय नेताओं से सहयोग देने का अनुरोध किया।
बतादें, इस बैठक में सपा नेता सचेतक मनोज पांडेय ने कहा की, प्रदेश में बड़ी गंभीर समस्याएं हैं, जिन पर चर्चा किया जाना जरुरी है। इसलिए इस सत्र को न्यूनतम सात दिन तक चलाया जाए ताकि सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर ठीक तरह से चर्चा की जा सके।इसके साथ ही मनोज पांडेय ने मांग करते हुए कहा की, पहले दिन पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ‘नेताजी’ को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया जाए। बैठक में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने सभी दलीय नेताओं को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी गंभीरता के साथ काम करेगी। सरकार सभी मुद्दों पर सकारात्मक कार्यवाही के लिए प्रतिबद्ध है।
वहीँ दूसरी ओर इस विधानसभा के शीतकालीन सत्र में रालोद विधायक किसानों की समस्या को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है की, सरकार किसानो की समस्याओं की अनदेखी कर रही है। रालोद विधायक दल के नेता राजपाल बालियान ने कहा कि किसानों के कई मुद्दे अभी तक जस के तस बने हैं, सरकार उनकी मुश्किलों की कम करने के लिए कोई कदम उठती नजर नहीं आरही है। जानकारी के मुताबिक, रालोद विधायक गन्ना मूल्य, बिजली समस्या, ट्रैक्टर ट्राली पर लगाई गई रोक और खेतों के चारों तरफ कटीले तार पर रोक आदि जैसे सभी मामलों को सदन में उठाने वाली है।