लखनऊ : योगी सरकार हमेशा ही महिला सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे करती, और उनके दम पर ही लोगों से वोट मांगती नजर आती है। लेकिन, जमीनी हकीकत उनके वादों से कोसो दूर है। हद तो तब हो जाती है जब सब कुछ जानते हुए भी पुलिस के कान में जूं तक नहीं रेंगती, और आरोपी खुले आम घूमते रहते हैं। ताजा मामला पारा इलाके का है। जहाँ एक मनचले के चलते 10 साल की बच्ची को घर में कैद होना पड़ा, मनचले के खौफ और पुलिस की लापरवाही के चलते उस मासूम को अपना मंथली टेस्ट तक छोड़ना पड़ा।
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जानकारी के मुताबीक, बच्ची के माता-पिता दोनों ही नौकरी करते हैं। इसके चलते बच्ची पारा इलाके में नाना के घर रहकर स्थानीय स्कूल में पढ़ती है। बच्ची की मां ने बताया की, बीते कई दिनों से पास का ही रहने वाला एक बदमाश देव उर्फ दिव्यम स्कूल जाते समय बेटी का पीछा कर उसे परेशान कर रहा था। स्कूल के बाहर तक आ जाता था। कई बार मना करने के बाद भी जब वह नहीं माना तो तंग आकर घरवालों ने पारा थाने में शिकायत की।
पुलिस ने दिखाई लापरवाही:-
परिवार वालों का आरोप है की, पांच बार थाने का चक्कर लगाने के बाद मुकदमा दर्ज किया गया, लेकिन अब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस की लापरवाही की चलते उसका मनोबल इतना बढ़ गया है की, अब वह बच्ची के नाना के मोबाइल पर मैसेज भेजकर धमकी दे रहा है। डर के मारे बेटी को एक हफ्ते से स्कूल नहीं भेजा है, उसको टेस्ट भी नहीं देने दिया। वहीँ इस मामले में पारा इंस्पेक्टर दधिबल तिवारी का कहना है कि, शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, और आरोपी की तलाश की जा रही है।