लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती अक्सर अपने बयानों में सपा को भाजपा से कमजोर बता चुकी हैं, वे हमेशा ही मुसलमान से सपा को समर्थन करने पर विचार करें के लिए भी कहती नजर आती हैं। रविवार को एक बार मायावती ने ट्वीट कर रामपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सपा की हार पर सवाल उठाते हुए कहा कि कहीं ये भाजपा व सपा की मिलीभगत तो नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सपा को समर्थन करने वाले मुसलमान समाज को चिंतन करने की जरूरी है।
1. यूपी के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा की हुई जीत किन्तु रामपुर विधानसभा उपचुनाव में श्री आज़म ख़ान की ख़ास सीट पर योजनाबद्ध कम वोटिंग करवा कर सपा की पहली बार हुई हार पर यह चर्चा काफी गर्म है कि कहीं यह सब सपा व भाजपा की अन्दरुनी मिलीभगत का ही परिणाम तो नहीं?
— Mayawati (@Mayawati) December 11, 2022
बसपा सुप्रोमो ने लगातार दो ट्वीट करते हुए कहा की, यूपी के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा की हुई जीत किन्तु रामपुर विधानसभा उपचुनाव में श्री आज़म ख़ान की ख़ास सीट पर योजनाबद्ध कम वोटिंग करवा कर सपा की पहली बार हुई हार पर यह चर्चा काफी गर्म है कि कहीं यह सब सपा व भाजपा की अन्दरुनी मिलीभगत का ही परिणाम तो नहीं?
2. इस बारे में ख़ासकर मुस्लिम समाज को काफी चिन्तन करने व समझने की भी ज़रूरत है ताकि आगे होने वाले चुनावों में धोखा खाने से बचा जा सके। खतौली विधानसभा की सीट पर भाजपा की हुई हार को भी लेकर वहाँ काफी सन्देह बना हुआ है, यह भी सोचने की बात है।
— Mayawati (@Mayawati) December 11, 2022
उन्होंने आगे कहा की, इस बारे में खासकर मुस्लिम समाज को काफी चिन्तन करने व समझने की भी जरूरत है ताकि आगे होने वाले चुनाव में धोखा खाने से बचा जा सके। खतौली विधानसभा की सीट पर भाजपा की हुई हार को भी लेकर वहां काफी सन्देह बना हुआ है, यह भी सोचने की बात है।