लखनऊ : एक बार फिर लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में विपक्षी और मुख्य आरोपी आशीष मिश्र मोनू पर किसानों की हत्या के मामले में गवाह के भाई पर जानलेवा हमला करवा तिकुनिया हिंसा में गवाह प्रभुजीत सिंह को डराने की कोशिश की गई है। वहीँ दूसरी ओर प्रभुजीत सिंह ने पुलिस पर तहरीर देने के बावजूद भी शिकायत न लिखने और न ही घायल का मेडिकल करवाने का आरोप लगाया है।
जानकारी के मुताबिक, कोतवाली क्षेत्र के कल्होरी गांव निवासी सर्वजीत सिंह ने शनिवार को पुलिस को दी अपनी तहरीर में बताया की, 9 दिसम्बर की रात को वह अपने मित्र के यहां मुंडन संस्कार की पार्टी में शामिल होने शिवा पैलेस गया था। पार्टी में विपक्षी और मुख्य आरोपी आशीष मिश्र मोनू का खास आदमी विकास चावला पहले से ही मौजूद था। आरोप है कि, पार्टी में सर्वजीत सिंह को देखते ही विकास अपने अन्य साथियों के साथ तलवार लेकर आ गया और गाली गलौजृ करते हुए सर्वजीत पर तलवार से हमला कर दिया।
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घायल सर्वजीत सिंह के भाई प्रभुजीत सिंह ने पुलिस पर आरोप लगते हुए बताया की, शनिवार को थाने में तहरीर देने के बाद भी थाना प्रभारी राजू राव ने तहरीर नहीं ली और न ही घायल का मेडिकल करवाया। वहीं इस मामले में कोतवाली प्रभारी राजू राव का कहना है कि उन्हें किसी भी तरह की कोई तहरीर नहीं मिली है।