लखनऊ : यूपी विधानसभा के पूर्व स्पीकर और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे, शनिवार को उनकी तबीयत और बिगड़ गई, रविवार की सुबह उन्होंने घर पर ही अंतिम सांस ली। आज रविवार शाम 4:00 बजे प्रयागराज के रसूलाबाद घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
लंबे समय से थे बीमार:-
जानकारी के मुताबिक 30 दिसंबर 2022 को तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, हालांकि उसके बाद 4 जनवरी को तबीयत में सुधार होने पर डिस्चार्ज होकर घर आ गए थे। तबीयत में सुधार न होने पर केशरी नाथ त्रिपाठी को आज ही लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती कराया जाना था। लेकिन हार्ट अटैक आने से उनकी सांसें थम गईं।
पं. केशरी नाथ त्रिपाठी की जीवन यात्रा:-
आपको बता दें, 10 नवंबर 1934 को जन्मे पं. केशरी नाथ त्रिपाठी अपने पिता की सात संतानों में सबसे छोटे थे। वह तीन बार विधानसभा अध्य्क्ष भी रहे। उन्होंने जुलाई 2014 से जुलाई 2019 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में कार्य किया। उनके पास बिहार, मेघालय और मिजोरम के राज्यपाल का भी प्रभार था। वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे और बीजेपी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रह चुके थे। पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी वर्ष 1977-79 के दौरान जनता पार्टी सरकार में केसरीनाथ कैबिनेट मंत्री नियुक्त किए गए थे, उन्होंने 2004 में जौनपुर सीट से लोकसभा का चुनाव भी लड़ा। उन्होंने 1991-1993, 1997-2002 और मई 2002 से मार्च 2004 तक यूपी विधानसभा के अध्यक्ष का कार्यभार भी संभाला। उन्होंने इलाहाबाद हाई कोर्ट में एक वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में प्रेक्टिस किया था। वह एक लेखक और कवि भी थे और उन्होंने कई किताबें लिखी हैं। उनकी पुस्तक ‘संचयिता: के लिए केशरी नाथ त्रिपाठी’ को काफी सराहा गया था |