लखनऊ : जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का गुरुवार रात निधन हो गया। उनकी बेटी ने फेसबुक पोस्ट के जरिए इसकी पुष्टि की। वह 75 साल के थे, सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहाँ उन्होंने गुरुवार रात अंतिम सांस ली। उनका पार्थिव शरीर दिल्ली के छतरपुर स्थित उनके निवास स्थान पर रखा गया, जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। उनके पार्थिव शरीर को मध्य प्रदेश में उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके निधन पर राजनीतिक जगत में शोक की लहर है।
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शरद यादव कई सरकारों में केंद्रीय मंत्री भी रहे चुके थे। शरद यादव ने 2018 में लोकतांत्रिक जनता दल का गठन किया था। मार्च 2020 में उन्होंने लालू यादव के संगठन राजद में विलय कर लिया। उन्होंने कहा था कि एकजुट विपक्ष की ओर पहला कदम था। उनके देहांत पर पीएम मोदी ने दुख जताया। उन्होंने कहा कि शरद यादव के निधन से बहुत दुख हुआ। अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया। वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे। मैं हमेशा हमारी बातचीत को संजो कर रखूंगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। पीएम मोदी के साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राजद प्रमुख लालू यादव, बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत तमाम राजनेताओं ने शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया है।