लखनऊ: बाहर दुनिया की तकलीफों में आराम दिलाने वाले, समय का सम्मान करने की शिक्षा देने वाले, जल्दी से जल्दी तरक्की करवाने के लिए सीधे सार तत्व को ज्ञान को बतलाने वाले, अपने प्रेमियों के दिल दिमाग बुद्धि, वचन वाणी में ताकत भरने वाले, इस समय के युगपुरुष, त्रिकालदर्शी, दयालु, दुःखहर्ता, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने मुरादाबाद ( उ.प्र.) में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित सन्देश में बताया कि संकल्प बनाओ और बताया गया सुमिरन ध्यान भजन बराबर करते रहो।
आदेश के पालन को ही गुरु भक्ति कहते हैं। गुरु भक्ति पहले करो, पीछे और उपाय। सतसंग, सेवा, भजन करते रहो। खाली मत बैठो। गुरु को याद करो, गुरु के प्रेम में डूबे रहो। या तो शरीर से सेवा करो नहीं तो भजन करो। भजन करने से सब सीख जाओगे। जब (साधना में जीवात्मा) ऊपर निकलने लग जाओगे तो आपके शरीर, बोली-वाणी, दिल-दिमाग में ताकत आ जाएगी। युक्ति आपको मालूम हो जाएगी, कम मेहनत में ज्यादा परिणाम मिलेगा। आपकी बात बच्चे मानेंगे।