लखनऊ : इतिहास की पूरी और सही जानकारी रखने-बताने वाले, परोपकार करने के लिए प्रेरित करने वाले, सतपुरुष के हुकुम से बाबा जयगुरुदेव जी महाराज जिनको अपनी पॉवर, अपना चार्ज देकर गए, जिनके साइन करने से ही अब कोई सी भी फाइल आगे बढ़ेगी, चाहे कोई कितनी भी अपनी सीमित भौतिक बुद्धि लगा ले, कितना भी तर्क-कुतर्क कर ले लेकिन जो ही अब सबके धणी-धोरी हैं, ऐसे पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, त्रिकालदर्शी, अन्तर्यामी, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने अपने संदेश में बताया की, आखिरी वक्त पर सन्तों की पावर खींच ली जाती है फिर वो पॉवर सतपुरुष के हुकुम से अगले उत्तराधिकारी में ट्रांसफर कर दी जाती है। तब उस वक़्त के सतगुरु ही जीवों कि संभाल करते हैं।
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लोगों को सावधान करते हुए महाराज जी ने कहा कि आगे चलकर जयगुरुदेव नाम का भी पंथ बन जाएगा। महाराज जी कहते हैं की, अधिकारी, व्यापारी व राजनेता भी नियम और कानून का पालन करें। गलत तरीके से पैसा कमाने की इच्छा न रखें, अच्छे काम में एक दूसरे की मदद करें। देश और देश की जनता से प्रेम करते हुए नशामुक्त, शाकाहारी रहें। महाराज जी ने आगे कहा की, धर्म परायण भारत देश की मर्यादा को बनाए रखने के लिए सभी नेता एकजुट होकर के मानव हत्या, गौ हत्या, पशु-पक्षी की हत्या बंद करा दें और बुराई के खिलाफ लड़ाई करें। जिससे लोग कुदरती कहर से बच सकें और सतयुग का प्रादुर्भाव धरती पर दिख सके।