लखनऊ : प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड मामले में घायल दूसरे सिपाही राघवेंद्र की लखनऊ के एसजीपीजीआई ट्रामा सेंटर में देर शाम मौत हो गई। संस्थान के निदेशक प्रो. आरके धीमन ने बताया कि राघवेंद्र को गोली लगी थी और बारूद की वजह से उसके शरीर पर कई घाव थे। इसकी वजह से उसके शरीर में संक्रमण फैल चुका था। मरीज के इलाज के लिए विशिष्ट टीम लगाई गई थी। डॉक्टरों की टीम ने उसे आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा था।
बुधवार शाम इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई। भाजपा के पूर्व विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह ने मृतक सिपाही के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया। मृतक सिपाही लालगंज कोतवाली क्षेत्र के कोरिहरा गांव का रहने वाला था। सिपाही राघवेंद्र की मौत की खबर मिलते ही लखनऊ पुलिस के कई बड़े अधिकारी एसजीपीजीआई ट्रामा सेंटर पहुंचे।
ग्रीन कॉरीडोर बनाकर गनर को पहुंचाया गया था पीजीआई:-
प्रयागराज के शहर पश्चिमी के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या के दौरान बम और गोलियां लगने से घायल गनर राघवेंद्र को रविवार शाम प्रयागराज से लखनऊ पीजीआई रेफर कर दिया गया था। इस दौरान बनाए गए ग्रीन कॉरीडोर में 2 घंटे 24 मिनट में एंबुलेंस ने 186 किमी सफर तय किया था।