लखनऊ। इस दुनिया में प्यार एक ऐसी चीज है जो समाज द्वारा बनाए गए रश्मो-रिवाज के किसी बंधन को नहीं मानता। ये जब होता है, तो दिवाने एक दूजे के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार होते हैं। तभी तो कहा जाता है कि ‘प्यार अंधा होता है’ ऐसा ही प्यार एक किस्सा अयोध्या में देखने को मिला। एक युवक ने किन्नर के साथ अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए हैं। बकायदा वैदिक मंत्रोचार के बीच दोनों के विवाह की रस्में निभाई गई।
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दरअसल, अयोध्या के नंदीग्राम में स्थित एक मंदिर में शिवकुमार ने किन्नर अंजलि सिंह से अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए हैं इनके विवाह में बकायदा वैदिक मंत्रोचार के बीच दोनों के विवाह की रस्में निभाई गई। दुल्हन बनी किन्नर अंजलि सिंह की बड़ी बहन और बहनोई ने अभिभावक की भूमिका निभाई। वहीं गांव के कई लोगों ने नव युगल को मांगलिक जीवन की शुभकामनाएं भी दीं। मंदिर के पुजारी हनुमान दास की देख-रेख में पंडित अरुण तिवारी ने शादी की रस्में पूरी करायी। शादी करने वाले पति-पत्नी प्रतापगढ़ के गहरौली मजरे शुकुलपुर रहने वाले हैं।https://gknewslive.com