इन दिनों बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री की वजह से बागेश्वर धाम सुर्ख़ियों में नजर आ रहा है। हालांकि , बागेश्वर धाम सैकड़ों वर्षो से भक्तों की श्रद्धा ख़ास स्थान रहा है। आपको बता दें कि, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री यहाँ पहुंचने वाले भक्तों की समस्याओं को दूर करते है और उनको उनकी समस्या का समाधान बताते है। इतना ही नहीं इस धाम में रहस्यमयी तरीके से लोगों की समस्याओं का पता लगाया जाता है। भगवान के आगे गुहार लगाते हैं, कि उन्हें जल्द ही दुखों से मुक्ति मिल जाती है। ऐसे ही बागेश्वर धाम मंदिर भी अपने कुछ चमत्कारों और रहस्यमी घटनाओं के लिए जगप्रसिद्ध है। मान्यता है कि, बागेश्वर धाम में हनुमान जी विराजमान है। लेकिन यहाँ अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अर्जी लगाई जाती है। यह तरीका काफी रहस्यमयी है , इसमें अर्जी लगाने के लिए समस्या के हिसाब से अलग अलग रंग का नारियल बाँधने की मान्यता है। लेकिन बड़ा सवाल यह है , इसकी वजह क्या है ? रंगो का चयन कैसे होता है ? कौन सी समस्या के लिए कौन से रंग का नारियल चढ़ता है ? आइए जानते है इस रहस्य के पीछे की पूरी कहानी

आइए जानते है बागेश्वर धाम के अलग – अलग रंग के नारियल रहस्य

बागेश्वर धाम को लेकर यह मान्यता है कि, भक्तों का मानना है कि , इस धाम में कोई भी पीड़ित व्यक्ति अपनी समस्या के लिए अर्जी लगाता है तो , उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है। यह पर अपनी लगाने के लिए पीड़ित को एक पर्ची पर अपनी समस्या लिखकर नारियल पर रखकर कपड़े से बाँधना होता हैं। बताया जाता है कि, पीड़ित की जैसी समस्या के नुसार ही रंग का चयन किया गया है।

– लाल रंग में होती है ये अर्जी- नौकरी, कोर्ट-कचहरी, प्रॉपर्टी आदि से संबंधित समस्याओं के लिए लाल रंग के कपड़े में अर्जी लगाई जाती है।

– पीले रंग में होती है ये अर्जी- परिवार में किसी की शादी नहीं हो रही है, या रिश्ते नहीं आ रहे हैं,तो पीले रंग के कपड़े में अर्जी लगाई जाती है।

– काले रंग में होती है ये अर्जी- ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी जातक की समस्या प्रेत बाधा से जुड़ी है, तो उसकी अर्जी काले रंग के कपड़े में लगाई जाती है।

घर से भी लगा सकते है अर्जी

कोई भी पीड़ित व्यक्ति यदि बागेश्वर धाम तक नहीं आ पता है तो , वह घर से भी बागेश्वर धाम के लिए अर्जी लगा सकता है। इसके लिए व्यक्ति को अपनी समस्या के रंग का कपड़े में समस्या को नारियल से बांधकर अर्जी लगानी पड़ती है। इसके बाद इस नारियाल को घर के पूजा स्थल पर रखना पड़ता है और जब वह कार्य पूरा हो जाए तो बागेश्वर धाम के दर्शन करने होते है। ज्योतिषियों के अनुसार अगर कोई श्रद्धालु पूरी श्रद्धा के साथ अर्जी लगाता है, तो उसे सपने में बालाजी का संकेत मिलता है। अगर आपकी अर्जी स्वीकार हो जाती है, तो व्यक्ति को लगातार दो दिन तक सपने में बंदर दिखाई देते हैं। वहीं, अगर एक दिन बंदर दिखाई दे, तो आपकी अर्जी बालाजी तक पहुंच चुकी है।

 

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