लखनऊ। योगी सरकार ने अपना पांचवां और अंतिम बजट आज पेश कर दिया। इसमें मदरसा आधुनिकीकरण योजना के लिए 479 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप स्कीम के तहत 829 करोड़ रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित की गई है। इसको लेकर दारुल उलूम फिरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुखिया निजामी का बयान सामने आया है। मुस्लिम धर्मगुरुओं और दारुल उलूम फरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सूफियान निजामी ने योगी सरकार के बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इससे पहले भी कई बार अल्पसंख्यकों के उत्थान के लिए इस तरीके के बजट पेश किए जाते रहे हैं लेकिन बजट को कागजों पर पेश किया जाना और जमीनी हकीकत में फर्क होता है। मदरसा आधुनिकीकरण के नाम पर पहले जो बजट पेश किए गए उसका सूरते हाल पूरे उत्तर प्रदेश में देखा जा सकता है। मौलाना सुफियान निजामी ने कहा कि योगी सरकार का जो बजट पेश हुआ है। उस पर हम सबको मिलकर मुबारकबाद पेश करनी चाहिए लेकिन सरकार से हमारी अपील है कि इस बजट की हकीकत जमीनी पैमाने पर उतारी जाए। संबंधित अधिकारियों और काम करने वाले लोगों को कोशिश करना चाहिए कि इस बजट का लाभ मुसलमानों तक पहुंच सके और मुसलमानों की सूरते हाल बदले। मौलाना सुफियान निजामी ने कहा कि बीजेपी के लिए मुसलमानों का जो नजरिया था अब उस नजरिए में बीजेपी की ओर से की गई कोशिशों की वजह से काफी हद तक बदलाव देखने को मिल रहा है।

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गौरतलब है कि योगी सरकार के इस बजट में अल्पसंख्यक वर्ग में मुसलमानों का भी विशेष ध्यान रखा गया है। मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत योगी सरकार ने 479 करोड़ के बजट की व्यवस्था की है और अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति योजना के लिए 829 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है। इसके अलावा अल्पसंख्यक बाहुल्य जनपदों में मूलभूत सुविधाओं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल उपलब्ध कराए जाने के लिए multi-sectoral डिस्ट्रिक्ट प्लान के लिए 588 करोड़ की व्यवस्था प्रस्तावित की है।

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