धर्म-कर्म : निजधामवासी बाबा जयगुरुदेव जी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी, इस समय के पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, बाबा उमाकांत जी महाराज के तत्वावधान में बाबा जयगुरुदेव आश्रम उज्जैन में चल रहे बाबा जयगुरुदेव जी के ग्यारहवें वार्षिक मार्गदर्शक भंडारे के अंतर्गत बाबा जयगुरुदेव शब्द योग विकास संस्था द्वारा उज्जैन महापौर, निगम सभापति नेता प्रतिपक्ष व अनेक पार्षदगणों के लिए स्वागत एवं सम्मान भोज आयोजित किया गया।
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सबने महाराज जी के मिशन शाकाहार नशामुक्ति और संस्था के परोपकारी रचनात्मक कार्यों की सराहना की। बाबा उमाकांत जी ने अपील कि की जनप्रतिनिधि पक्ष-विपक्ष के बजाए राम-लक्ष्मण की जोड़ी बन जनता के लिए आगे बढ़ें, जनता की उम्मीदों को पूर्ण करें। मेहनत-ईमानदारी, पद-प्रतिष्ठा का आभूषण है। आप भी सेवा भावना जागृत करें। पद, पैसा और परनारी आदमी को गिराती है इसलिए चरित्र का उत्थान होना चाहिए। शराब-मांस, अपराध और भ्रष्टाचार की जननी है, इससे खुद भी बचो और दूसरों को भी बचाओ।