मोहनलालगंज। लखनऊ कमिश्नरेट के दक्षिणी जोन की मोहनलालगंज पुलिस घटनाओ के खुलासो में फिसड्डी साबित हो रही,16दिन पहले बदमाशो द्वारा मोहनलालगंज से मजदूरी के बहाने मजदूर को साथ ले जाकर नशीला पदार्थ खिलाकर मोबाइल व पैसे लूटने की घटना में पुलिस ने पहले तो पीड़ित पर दबाव बनाकर चोरी में दर्ज किया,अब दस दिन बीत जाने के बाद भी बदमाशो को तलाशने में नाकाम रही,जब कि पीड़ित पुलिस से चीख-चीख कर उसके साथ घटना को अंजाम देने वाले बदमाशो के क्षेत्रीय होने की बात कहता रहा,जिसके बाद भी पुलिस अब तक उन्हे तलाशने में नाकाम साबित हुयी।जिसको लेकर पीड़ित सहित क्षेत्रीय लोगो में आक्रोश व्याप्त है।
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बता दें डेहवा गांव निवासी सुजीत 11फरवरी की सुबह मजदूरी पर जाने के लिये मोहनलालगंज चौराहे आया था,जहां पर आये दो युवको ने उससे तेलीबाग में वाहन से चूड़ी उतारने की बात कहते हुये तीन घंटे के काम के एवज में पूरे दिन की मजदूरी देने की बात कहकर टैक्सी से साथ ले गये थे,जिसके बाद उसे तेलीबाग से बस से आलमबाग ले जाकर वहा समोसे में नशीला पदार्थ मिलाकर खिलाने के बाद बेहोश होने पर मोबाइल व जेब में पड़े पांच सौ रूपये लूटकर भाग निकले थे,होश पर आने के बाद किसी तरह मोहनलालगंज पहुंचकर पीड़ित ने पुलिस से आपबीती बताई तो पुलिस ने कार्यवाही की बजाय पीड़ित व उसके परिजनो पर दबाव बनाकर लूट की घटना को केवल मोबाइल चोरी में दर्ज किया था,जब कि पीड़ित सर्वेश कुमार पुलिस से उसके साथ घटना को अंजाम देने वाले बदमाशो के क्षेत्रीय होने की चीख-चीख कर कहता रहा,फिर भी पुलिस बदमाशो को तलाशने की बजाय हाथ पर हाथ धर कर बैठ गयी,मजदूर के साथ हुयी घटना को हुये 16दिन हो गये लेकिन लापरवाह पुलिस के हाथ बदमाशो के गिरेबां तक अब तक नही पहुंच सके है।जिसको लेकर पीड़ित सहित क्षेत्रीय लोगो में आक्रोश व्याप्त है।वही पूरे मामले में डीसीपी रवि कुमार से पुछा गया तो उन्होने मोहनलालगंज इंस्पेक्टर को मजदूर के साथ हुयी घटना के जल्द खुलासा किये जाने के निर्देश दिये जाने की बात कही।