लखनऊ: बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में शनिवार को अखिल भारतीय शिक्षा समागम का सीधा ऑनलाइन प्रसारण विवि के अटल बिहारी बाजपेयी सभागार में किया गया। इस शिक्षा समागम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तृतीय वर्षगाँठ पर दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में किया गया। इस कार्यक्रम में विवि के शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचरियों और विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।
यह भी पढ़ें : दबंगों ने चाय की दुकान में की तोड़फोड़ व मारपीट, मुकदमा दर्ज
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा के विभिन्न आयामों के विषय में चर्चा करते हुए कहा, कि शिक्षा देश को बदलने की ताकत रखती है, आज का यह अवसर बेहद महत्वपूर्ण है। पीएम श्री योजना के तहत फंड की पहली किस्त भी जारी की गयी। इसका उद्देश्य है कि योजना के तहत आने वाले विद्यालय के छात्रों को इस तरह से तैयार करेंगे कि वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) की अवधारणा के मुताबिक अपने व सभी के लिए एक अनुकूलित वातावरण का निर्माण करेंगे और एक बेहतर नागरिक बनेंगे। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क तैयार हो गया है, जिसे जल्द ही लागू किया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा पहले युवाओं को उनकी प्रतिभा की जगह उनकी भाषा के आधार पर आंका जाता था परन्तु अब युवाओं के पास उनकी स्वयं की भाषा का आत्मविश्वास होगा तो उनकी प्रतिभायें भी खुलकर सामने आयेंगी। विश्व भर के देश भारत को एक संभावना के तौर पर देख रहे हैं इसीलिए ही एनईपी के तहत पारंपरिक शिक्षा प्रणालियों और भविष्य की प्रोद्यौगिकी को एक समान महत्व दिया गया है। क्योंकि अब सभी को मिल करके भारत को अनुसंधान एवं नवोन्मेष का केंद्र बनाना है।
इस अवसर पर रजिस्टरार डॉ. अश्विनी कुमार सिंह, प्राक्टर प्रो. संजय कुमार, डीएसडबल्यू प्रो. बी एस भदौरिया, एनईपी चेयरपर्सन प्रो. संगीता सक्सेना, प्रो.एस विक्टर बाबू, प्रो. गौरव कैथवास, प्रो. नरेंद्र कुमार एवं अन्य विभिन्न शिक्षा संस्थानों से आये शिक्षक और विद्यार्थी सम्मिलित रहें।