Ganesh Chaturthi: गणेश चतुर्थी के लिए घरों से लेकर गणपति पंडाल तक सजने लगे हैं। इस बार 19 सितंबर से गणपति उत्सव की शुरुआत हो रही है। जिसके चलते गणपति स्थापना की तैयारियां जोरों शोरों से शुरू हो गई हैं। 11 दिनों तक चलने वाला यह त्यौहार बप्पा के प्रिय भोग के बिना अधूरा माना जाता है। इसलिए गणपति की पूजा में मोदक का भोग जरूर लगाया जाता है। लेकिन 11 दिन के पर्व में एक ही तरह का भोग न लगाकर आप अलग अलग तरह के मोदक व लड्डू बप्पा को भोग में चढ़ा सकते हैं। तो अगर आप भी भगवान गणेश को खुश करना चाहते हैं तो इस बार आप तरह तरह के लड्डुओं का भोग लगाइए और उन्हें खुश करिये।
चावल के आटे और मावा के मोदक:-
वैसे तो मोदक कई तरीके से बनते है, पर चावल के आटे के मावा वाले मोदक परंपरागत तरीके से महाराष्ट्र के घर-घर पर बनाए जाते हैं। जो स्वाद और सुगंध दोनों में सबसे अच्छे होते हैं।
मोतीचूर के लड्डू:-
गणेश जी को मोदक सबसे ज्यादा प्रिय है। लेकिन आप गणेश जी को मोदक के अलावा मोतीचूर के लड्डू का भी भोग लगा सकते हैं। इसे बूंदी के लड्डू भी कहते हैं।
साबूदाना मोदक:-
इस गणेश चतुर्थी में आप बप्पा को घर पर बने साबूदाने के मोदक भी भोग में चढ़ा सकते हैं।
बेसन के लड्डू:-
बप्पा को शुद्ध घी से बने बेसन के लड्डू भी बहुत पसंद हैं। अगर आप घर पर मोदक नहीं बना सकते हैं तो घी से बने बेसन के लड्डू का भोग लगाया जा सकता है।