NIA Raid in Lucknow: बुधवार सुबह होते ही केंद्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने देश के कई इलाकों में एक साथ रेड मारी है। इनमें प्रदेश की राजधानी लखनऊ भी शामिल है। मदेगंज के बड़ी पकरिया इलाके में एक ही मोहल्ले के तीन घरों पर एनआईए ने छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि सुबह पांच बजे ही जांच एजेंसी की टीम पेरामिलिट्री फोर्स के साथ रेड मारने पहुंची। टीम के साथ महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद हैं। लखनऊ के अलावा यूपी के अन्य जिलों में भी रेड चल रही है।
राजधानी लखनऊ के अलावा बाराबंकी, बहराइच, सीतापुर और हरदोई में भी प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से जुड़े लोगों के ठिकाने पर एनआईए की रेड चल रही है। केंद्रीय जांच एजेंसी इससे पहले भी यूपी में समय-समय पर पीएफआई से संबंध रखने वालों के विरूद्ध छापेमारी करती रही है। यूपी के अलावा महाराष्ट्र, दिल्ली-एनसीआर, तमिलनाडु और राजस्थान में प्रतिबंधित संगठन से जुड़े लोगों के ठिकानों पर रेड पड़ी है।
दिल्ली से मुंबई तक पड़े छापे से मचा हड़कंप
कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर बैन लगे एक साल हो चुके हैं, इसके बावजूद एनआईए और ईडी सरीखी केंद्रीय जांच एजेंसियां इसके खिलाफ एक्टिव है। बुधवार सुबह अचानक दिल्ली से लेकर मुंबई तक पड़े एनआईए के छापे से हड़कंप मचा हुआ है। जांच एजेंसी जहां पुरानी दिल्ली के बल्लीमारान में मुमताज बिल्डिंग में सर्चिंग कर रही है। वहीं, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पीएफआई से जुड़े वाहिद शेख कर तलाशी लेने पहुंची है। शेख मुंबई हमले में अभियुक्त था। हालांकि, बाद में सबूतों के अभाव में उसे बरी कर दिया गया था। एनआईए की टीम तमिलनाडु के मदुरई में पीएफआई से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
2022 में पीएफआई पर लगा था बैन
सितंबर 2022 में केंद्र सरकार ने गैरकानून गतिविधियों रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत रेडिकल इस्लामिक संगठन पीएफआई और उसके आठ सहयोगी संगठनों को पांच साल के लिए बैन कर दिया था। पीएफआई पर आईएसआईएस जैसे वैश्विक आतंकवादी संगठन से संबंध रखने, आतंकी फंडिंग और हिंसक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप हैं।