दिल्ली: देश में आगामी होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर विपक्ष सरकार पर हलवावर हो गया है. बता दें कि आज एक बार फिर देशभर में अलग- अलग इलाकों में विपक्षी नेताओं को अचानक आईफोन द्वारा अलर्ट भेजा गया है जिसमें कहा गया है कि उनका फोन किसी सरकारी साफ्टवेयर का शिकार हुआ है.कई विरोधी दल के नेताओं ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की है. इसको लेकर देश में बड़ी हलचल मची हुई है. वहीं विपक्षी दलों ने सरकार द्वारा पेगासस का इस्तेमाल कर जासूसी के आरोप लगाए थे.
गौरतलब है कि ये पहली बार नहीं है, जब भारत सरकार पर विपक्षी नेताओं की जासूसी के आरोप लगे हों. इससे पहले 2019 और 2022 में कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि भारत समेत दुनियाभर के 100 से अधिक पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी हो रही है. इसके लिए दुनिया के सबसे ताकतवर हैकिंग सॉफ्टवेयर पेगासस (Pegasus) का इस्तेमाल किया गया था जिसे इस्राइल की एक कंपनी ने तैयार किया है.
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विपक्ष के बड़े नेताओं के फ़ोन में हैकिंग के संदेश…
आज सुबह देश के कई बड़े नेताओं की तरफ से दवा किया गया कि उनके फ़ोन में हैकिंग से जुड़े संदेश आए है.कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं में केसी वेणुगोपाल, सुप्रिया श्रीनेत, पवन खेड़ा के फ़ोन में संदेश आए है जबकि AAP के राज्यसभा सांसद राघव चड्डा,अखिलेश यादव, असदुद्दीन ओवैसी, प्रियंका चतुर्वेदी, महुआ मोइत्रा, शशि थरूर कई बड़े नेता शामिल है.
वहीँ दूसरी तरह हैकिंग मैसेज आने के बाद,असदुद्दीन ओवैसी ने कहा,कहा, “खूब पर्दा है कि चिलमन से लगे बैठे हैं. साफ छुपाते भी नहीं, सामने आते भी नहीं.”