धर्म-कर्म: सभी धर्म प्रेमियों को अपने अनमोल मनुष्य जीवन के असली उद्देश्य- अपने निज घर सतलोक जाने की प्राप्ति के लिए पूरे आध्यात्मिक गुरु की खोज, महत्व, महिमा, अनिवार्यता को धर्म पुस्तकों, संतों की वाणियों, के रूप में भारत के इतिहास में बिखरे मोतियों के माध्यम से बार-बार रेखांकित कर चेतना दिलाने वाले इस समय के पूरे सन्त सतगुरु बाबा उमाकांत जी महाराज ने बताया कि, जब-जब धर्म की हानि होती है, दुष्टता बढ़ती है और भारतीय संस्कृति खत्म होती है, उस वक्त पर कोई न कोई समझाने-बताने के लिए भेजा जाता है। उनकी बातों को सुनकर-मानकर वह चीज वापस लाई जा सकती है।
दीपावली कार्यक्रम में उज्जैन आश्रम पर जयगुरुदेव बाबा उमाकांत जी द्वारा सतसंग व नामदान की मौज, सर्व जन सादर आमंत्रित:-
गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी दीपावली में उज्जैन आश्रम पर (बाबा जय गुरु देव धर्म विकास संस्था, पिंगलेश्वर रेलवे स्टेशन के सामने, मक्सी रोड़, उज्जैन, म.प्र. मो. 9575600700) सत्संग व नामदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस समय पर बीमारी, लड़ाई-झगड़ा, बेरोजगारी, सूखा, बाढ़, भूस्खलन, अकाल मृत्यु तथा जातिवाद, धर्मवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद, भाई-भतीजावाद, आतंकवाद, नक्सलवाद, माओवाद से परेशानी ही नहीं बल्कि लोगों की जान भी चली जा रही है। परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बाबा उमाकांत जी महाराज ने दीपावली के शुभ अवसर पर घट-घट में दीपक जलाकर तकलीफों को कैसे दूर किया जा सकता है?- यह तो बताएंगे ही साथ ही साथ इसी मनुष्य शरीर रूपी मंदिर में भगवान के दर्शन का उपाय (नामदान) भी बताएंगे। आप सभी लोग परिवार, इष्ट मित्रों सहित समय से पधार कर फायदा उठा लीजिएगा।