Mulayam Singh Yadav Birth Anniversary:आज पूरा देश समाजवादी पार्टी के संस्थापक एवं पूर्व रक्षा मंत्री नेताजी मुलायम सिंह यादव की 85वी जयंति मना रहा है। इस ख़ास मौके पर अखिलेश यादव भी अपने परिजनों के साथ उनकी समाधि स्थल पहुंचे और यहां शांति यज्ञ पाठ किया। इसके साथ ही आज सैफई में समाधि स्थल पर मुलायम सिंह यादव के भव्य स्मारक का शिलान्यास भी किया जाएगा।
मनमोहक रहेगी म्यूजियम की भव्यता
8.3 एकड़ जमीन पर बनने वाले इस स्मारक की रूपरेखा की बात करें तो इसका स्वरूप वर्गाकार होगा जिसमें लोककला की झलक और गुणवत्ता का ध्यान रखा जाएगा। म्यूजियम में जमीन से जुड़े हुए भारत के गौरव, महान राजनीतिज्ञ नेताजी की सादगी और गुणवत्ता की भी झलक देखने को मिलेगी। इसमें दर्शनीय लैंडस्केप होंगे। चारों तरफ एक लंबी दीर्घा का प्रबंध किया गया है। इससे अंत्येष्टि स्थल तक पहुंचा जा सकता है। इसके पार्श्व में एक दृश्यावली, मध्य में एक स्मृति सभागार होगा, जिसमें नेताजी की एक कांसे की भव्य प्रतिमा होगी। सभागार तक आवागमन के लिए चारों तरफ घास के मैदान होंगे। सभागार में उनसे जुड़ी चीजों और तस्वीरों का संग्रह किया जाएगा। स्मारक के निर्माण कार्य नेताजी के नाम से बनाए गए ट्रस्ट के माध्यम से किए जाएंगे। मालूम हो कि नेताजी की अन्तयेष्टि सैफई महोत्सव ग्राउंड में की गई थी। उस समय सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पारिवारिक सदस्यों के साथ बैठक करके स्मारक बनाने का निर्णय लिया था। जिसकी रूपरेखा बनकर अब तैयार हो गई है। इस दौरान प्रोफेसर रामगोपाल यादव, शिवपाल सिंह यादव, पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, व पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव के साथ- साथ हज़ारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
असाधारण नेता थे ‘धरतीपुत्र’,’नेताजी’ मुलायम सिंह यादव
धरती पुत्र कहे जाने वाले मुलायम सिंह यादव को उनके पिता पहलवान बनाना चाहते थे, लेकिन कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान ही उनकी मुलाकात उनके राजनीतिक गुरु चौधरी नत्थूसिंह से हुई. जिसके बाद मुलायम सिंह ने विधान सभा क्षेत्र जसवन्त नगर से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। मुलायम सिंह ने 28 वर्ष की उम्र में विधानसभा सदस्य बनकर इतिहास रच दिया था। मुलायम सिंह यादव को 28 मई, 2012 को लंदन में ‘अंतर्राष्ट्रीय जूरी पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। मुलायम सिंह पर कई पुस्तकें लिखी जा चुकी हैं। इनमे पहला नाम “मुलायम सिंह यादव- चिन्तन और विचार” का है, और दूसरा नाम “मुलायम सिंह: ए पोलिटिकल बायोग्राफी” है।