लखनऊ: आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों में सियासी उठापटक जारी है. ऐसे में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति में खासा दखल रखने वाली राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) में एक के बाद एक तीन वरिष्ठ पदाधिकारियों ने इस्तीफ़ा दे दिया है. पार्टी की युवा इकाई के राष्ट्रीय सचिव अमित कुमार पटेल,अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष आरिफ महमूद और कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मंजीत सिंह ने पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी को भेजे इस्तीफे में पार्टी के उनकी उपेक्षा और भेदभावपूर्ण रवैये का आरोप लगाया है.
उन्होने इस्तीफे की वजह स्पष्ट करते हुये लिखा है कि उन्हे न तो टीवी चैनल में डिबेट का हिस्सा बनाया जाता है और न ही उनके फोन को रिसीव किया जाता है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय भी उनका फोन नहीं उठाते हैं. पार्टी नेतृत्व सिर्फ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों को तवज्जो देता है. ऐसे में पार्टी में सांस लेना मुश्किल हो गया है. मंजीत सिंह और आरिफ महमूद को पार्टी सुप्रीमो जयंत चौधरी का करीबी माना जाता है. श्री पटेल ने यूनीवार्ता से बातचीत में कहा कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों ने पार्टी को हाइजैक कर लिया है.