Lucknow : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर निवासी सेवानिवृत्त अफसर की बेटी से चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। ये घटना बीते 5 दिसबंर को हुई थी। लेकिन रविवार रात को ये मामला तब सामने आया, जब पीड़िता ने वजीरगंज पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई। केस दर्ज कर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए कार बरामद कर ली है। आरोपियों ने युवती को जबरन नशीला पदार्थ पिलाकर वारदात को अंजाम दिया और उसे मुंशी पुलिया के पास छोड़कर भाग निकले।
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वहीं अब इस घटना पर सियासत शुरु हो गई है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए योगी सरकार की अपराध के ख़िलाफ़ ज़ीरो टॉलरेंस नीति पर तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, ये उप्र में अपराध के ख़िलाफ़ ज़ीरो टॉलरेंस के ज़ीरो हो जाने का परिणाम है। निंदनीय! आपको बतादें, मामले के संज्ञान में आते ही, पुलिस ने सोमवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनकी पहचान सत्यम मिश्रा, सुहैल और असलम के रूप में हुई है।
इलाज के लिए गई थी KGMU:-
अतिरिक्त DCP पश्चिमी क्षेत्र चिरंजीव नाथ सिन्हा ने कहा कि पीड़िता 5 दिसंबर के दिन किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) गई थी, जहां उसका मनोचिकित्सक से इलाज चल रहा था। इसी दौरान उसका मोबाइल फोन बंद हो गया और वो एक चाय की दुकान पर गई थी, जिसे आरोपी व्यक्ति चला रहे थे। तभी मो. सुहैल व असलम कार से वहां आ गए। उन्होंने सत्यम व युवती को कार में बैठा लिया। सभी लोग बाराबंकी के सफेदाबाद स्थित ढाबे पर पहुंचे। वहां खाना खाया। आरोपियों ने वहीं पर युवती को जबरन नशीला पदार्थ पिला दिया। युवती नशे में हो गई तो उसे जबरन गाड़ी में बैठा लिया और उसके साथ चलती कार में दुष्कर्म किया विरोध करने पर युवती की पिटाई भी की।