दिल्ली: केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से यह वादा किया था कि दिल्ली को आपके सपनों का शहर बनायेंगे। कोई बेरोजगार नहीं होगा, वृद्ध माता पिता को समय से पेंशन प्राप्त होगी। लेकिन अब ऐसा लग रहा है मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से देश की राजधानी संभल नहीं पा रही है। वर्तमान में दिल्ली स्थित सचिवालय पर हजारों की संख्या में मार्शल सैनिक आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। दरअसल दिल्ली में महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 10792 मार्शल सैनिकों को बस और सड़कों पर तैनात किया गया था। एक तरफ इन्हें महिला सुरक्षा के लिए नौकरी पर रखा गया और फिर महीनों तक इनको अपने मेहनताने से वंचित रखा गया। सरकार पर कुछ दबाव बनाने के बाद 5 महीनों का वेतन प्राप्त हुआ लेकिन इसके बाद सभी मार्शल सैनिकों को नौकरी से निकाल दिया गया। अब सभी बेरोजगार मार्शल सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। धरना प्रदर्शन करते हुए सभी मार्शलों को 43 दिन बीत चुके हैं और एक सूत्र के अनुसार अब तक 10 सैनिकों की जान भी चुकी है, लेकिन अभी तक केजरीवाल सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गयी है।
मार्शल रोहित शिकायत को लेकर लखनऊ पहुंचे
10792 मार्शल में से एक रोहित कुमार से आज जी के न्यूज़ के संवाददाता ने बात की। जब दिल्ली सरकार ने उनकी नहीं सुनी तो वे सभी मार्शल सैनिकों के प्रतिनिधि बनकर उत्तर प्रदेश की राजधानी पहुंचे। रोहित ने प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या से मुलाकात कर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी, जिस पर केशव प्रसाद ने रोहित को आश्वासन दिया है कि, वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस गंभीर विषय पर चर्चा करेंगे और केंद्र सरकार तक भी मामले को पहुँचायेंगे।