धर्म कर्म: वर्तमान के त्रिकालदर्शी महात्मा, आगामी भारी संकट से सबको समय रहते सावधान करने वाले, संकट टालने का उपाय बार-बार बताने वाले, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त महाराज जी ने (बिहार) में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि एक गद्दी पर दो राजा नहीं बैठ सकते। गुरु महाराज ने कहा कलयुग में कलयुग जायेगा, कलयुग में कुछ हजार वर्षों के लिए सतयुग आएगा। बहुत प्रमाण हैं। इस धरती पर अगर सतयुग आ जाए तो सब व्यवस्था सही हो जाएगी क्योंकि सतयुग में ही सुख शांति थी, बाकी किसी युग में नहीं रही। सोचो, एक गद्दी पर दो राजा कैसे बैठ सकते हैं? एक हटेगा तब दूसरा बैठेगा। जो कुर्सी पर बैठ जाता है वो जल्दी उठना नहीं चाहता है। लेकिन कोई कमजोर आदमी बैठा है और जबरदस्त आदमी अगर आवे, डांटे तो उठना पड़ेगा।
सतयुग क्या है- सच है, अच्छाई है
सतयुग में कोई भी शराबी मांसाहारी व्यभिचारी नहीं होगा। बुराई वाला हमेशा डरता रहता है। जो बुरा कर्म करता है, उसका मनोबल कमजोर होता है। सतयुग के सामने कलयुग कमजोर पड़ेगा, भागेगा। तब क्या वो अकेले जाएगा? अपने साथ कलयुगी लोगों को उनकी रगड़ाई करता हुआ ले जाएगा। खाल छिल जाएगी, रगड़ेगा जब, हाथ-पैर टूटेंगे, मरेंगे बहुत लोग।
विश्व युद्ध की तैयारीयां चल रही है
देखो युद्ध का कारण बन रहा है। जैसे बारिश के मौसम में भूरा बादल दिखने पर कहते हो कि बरसात होगी। ऐसे ही समझो, यह युद्ध की तैयारी विश्व की चल रही है। ऐसे-ऐसे हथियार बन गए कि पूरा देश खत्म हो जाए, दो मिनट भी न लगे। अकाल मृत्यु की वजह से प्रेत योनि में चले जाएंगे। इसी में (आई हुई भारी भीड़ में) बहुत से लोगों को प्रेत लगे हुए हैं, परेशान करते रहते हैं। मैं बता सकता हूं की इनके घर में बीमारी, लड़ाई-झगड़ा, कुछ न कुछ टेंशन निरंतर बना हुआ है। सोचो जब इस समय इतना परेशान हैं तो जब ज्यादा लोग मरेंगे तो जो लोग बचेंगे, क्या वो चैन की रोटी खा पाएंगे?
सतसंगियों! अच्छे लोगों को खराब समय से बचा लो
सतयुग अगर आ भी जाए, सतयुग का आनंद लेने वाले लोग ही न बचे तो सतयुग लाने में फायदा क्या होगा? इसलिए अभी थोड़ा मौका है। सतसंगियों! अच्छे लोगों को खराब समय से बचा लीजिए, कलयुग के साथ जाने से बचा लीजिए, सतयुग का का आनंद आप दिला दीजिए, सतयुग में सब अच्छे ही लोग होंगे।
मांस खाकर खून बेमेल और बुद्धि खराब मत करो
इसलिए अच्छा उपदेश करो, अच्छी बात बताओ इनको। समझाओ कि मांस मनुष्य का भोजन नहीं है। मांस खाओगे तो खून बेमेल हो जाएगा। तरह-तरह की बीमारियां फैल जाएगी। एक बीमारी जाती नहीं है कि दूसरी आ जाती है। तीसरी, चौथी फिर घूम के आ जाती है। कोरोना का असर फिर जगह-जगह होने लग गया। कोरोना के केस फिर जगह-जगह मिलने लग गए हैं। कोरोना अभी गया नहीं, फिर आ रहा है। ये सब है कुदरती कहर। खून बेमेल होना इसका कारण है। जो चीज़ खाओ उसी का खून बनता है, उसी से शरीर चलता है, इसी से बुद्धि बनती है। इसीलिए शाकाहारी रहो, खून खराब मत करो।