लखनऊ : राजधानी लखनऊ की शान कहे जाने वाले बड़ा इमामबाड़ा, रूमी दरवाजा जैसी ही तमाम ऐतिहासिक धरोहरों पर अब प्री-वेडिंग फोटो शूट करवाना आसान नहीं होगा। हुसैनाबाद एवं संबद्ध ट्रस्ट के प्रभारी अधिकारी बृजेश कुमार वर्मा ने बताया कि, फ्री की व्यवस्था में लोग वेडिंग शूट कराने के साथ ही अराजकता भी फैलाते थे। जिससे अन्य लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता था।
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अधिकारी ने बताया, अब से बड़ा इमामबाड़ा, रूमी दरवाजा, पिक्चर गैलरी, सतखंडा, तालाब, घंटाघर के बाहर प्री-वेडिंग शूट मुफ्त में नहीं हो सकेगी। इसके लिए ट्रस्ट को दो हजार रुपये देने होंगे। साथ ही ट्रस्ट द्वारा बनाए गए कुछ नियमो का भी पालन करना होगा। तभी इन जगहों पर शूट की अनुमति मिलेगी। आपको बतादें, लखनऊ की ऐतिहासिक धरोहरों पर प्री-वेडिंग शूट के लिए देश से ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं। जिस वजह से कई बार यहां पर अमर्यादित घटनाए भी होती हैं। जिसे रोकने के लिए ट्रस्ट की तरफ से ये कदम उठाया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, अब प्री-वेडिंग शूट के लिए दो हजार रुपये देकर रसीद लेनी होगी। वेडिंग शूट की रसीद केवल दो घंटे के लिए मान्य होगी इसके साथ ही किसी भी इमारत में प्रवेश के लिए टिकट अलग से लेना होगा। वहीं बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, पिक्चर गैलरी, सतखंडा, रूमी गेट, घंटाघर के अंदर शूटिंग करने की मनाही है। प्री-वेडिंग शूटिंग के समय आप किसी भी तरह का गाना नहीं बजा सकते हैं, सड़क पर शूट के दौरान सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।