Akhilesh Yadav: इंडिया अलायंस में सीट बटवारा एक बड़ा मुद्दा बन गया है। जहां कुछ दिन पहले विपक्ष के सभी नेता एकजुट होने का दावा कर रहे थें। वहीं आज अब साफ तौर पर देखा जा सकता है कि, कैसे इंडिया गठंबंधन से एक-एक करके सभी दल छूटते जा रहे हैं। अभी ममता बनर्जी के साथ छोड़ने की ठीक ढंग से पुष्टि भी नहीं हुई थी कि, तब तक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की भी खबर आ गयी। वहीं अखिलेश यादव पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस से सीट बटवारे की मांग कर रहे थें। अब खुद उन्होंने कांग्रेस के साथ सीट बटवारे का ऐलान किया है।
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दरसल, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अभी कुछ दिन पहले ही अपने एक्स अकाउंट पर यूपी में कांग्रेस को 11 सीटें देने का ऐलान किया था। वहीं रालोद को 7 सीट दिए हैं। यानि अखिलेश यादव ने यूपी में अन्य पार्टयों को कुल 18 सीटें दी हैं। उनकी इस सीट बटवारे की तरकीब देखते हुए, कुछ राजनितिक विशेषज्ञों का कहना है कि, अखिलेश यादव ने 2017 और 2019 के हार से सबक सीखते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति को तैयार किया है। 2017 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने कांग्रेस को 100 सीट दिए थें। 100 सीटों में से कांग्रेस सिर्फ 7 सीटों पर ही जीत हासिल कर पायी थी। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने बसपा को 37 सीटें दिए थें, जिसमें से बसपा कुल 10 सीटों पर जीत हासिल की थी वहीं खुद अखिलेश यादव की पार्टी ने 37 सीटों में से सिर्फ 5 सीट तक ही सिमट कर रह गयी। अब यह गलती सपा सुप्रीमों फिर दोबारा दोहराना नहीं चाहते अखिलेश यादव तभी तो उन्होंने कांग्रेस की मांग को ना सुनते हुए सिर्फ 11 सीट दिये हैं। कांग्रेस की मांग यूपी में 20 सीटों की थी।