Acharaya Pramod Krishnam met with Pm Modi: लोकसभा चुनाव को जब ज्यादा समय नहीं रह गया है। ऐसे में सभी पार्टियां मजबूत होना चाहती हैं, तो वहीं इसके विपरीत कांग्रेस पार्टी और गठबंधन का साथ एक के बाद एक नेता छोड़ते हुए नजर आ रहे हैं। पहले मायावती और ममता बनर्जी ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया और उसके बाद नीतीश कुमार ने गठबंधन तोड़ते हुए बीजेपी का हाथ थाम लिया और अब खबर यह आ रही है कि, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के करीबी आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी कांग्रेस पार्टी से नाता तोड़ लिया है।
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आचार्य प्रमोद ने कहा कि, सभी नेताओं को अपनी भाषा और मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए कि, वे किस प्रकार कार्यकर्ताओं से पेश आ रहे हैं। पार्टी किसी एक नेता की नहीं होती। सभी कार्यकर्ताओं के खून पसीने से पार्टी खड़ी होती है और बड़े नेताओं को अपने कार्यकर्ताओं का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि, कांग्रेस भी कार्यकर्ताओं की बुनियाद पर खड़ी है और इन्हे लेकर जिस प्रकार की भाषा का प्रयोग हुआ, उससे न सिर्फ मुझे बल्कि तमाम कार्यकर्ताओं के मन को ठेस पहुंची है। राहुल गांधी पर बोलते हुए आचार्य जी कहते हैं कि, वे राहुल गांधी से पिछले 1 साल से मिलने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन शायद राहुल गांधी तक उनका कोई सन्देश नहीं पंहुचा या पहुंचाया ही नहीं गया जबकि, प्रधानमंत्री कार्यालय में संपर्क करने के 4 दिन के भीतर ही मोदी जी ने मिलने बुला लिया। आपको बताते चलें कि, आचार्य प्रमोद कृष्णम वर्ष 2019 में लखनऊ से राजनाथ सिंह के खिलाफ कांग्रेस के उमीदवार थे।