लखनऊः पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शुक्रवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय में शिक्षाविद, कलाकार तथा विश्वविद्यालयों के अध्यापकों से मुलाकात की. इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि 2022 में होने वाला विधानसभा चुनाव चुनौती और संभावना दोनों हैं. यह सामान्य चुनाव नहीं है, भविष्य का भी चुनाव है. भाजपा की भय और भ्रम की राजनीति से लोकतंत्र की सुरक्षा करनी होगी. इसमें समाज के प्रबुद्ध नागरिकों की ऐतिहासिक जिम्मेदारी है. समाजवादी विचारधारा को सशक्त बनाकर ही सामाजिक न्याय और सम्मान को खतरा उत्पन्न करने की भाजपा की साजिशों से मुकाबला किया जा सकता है.
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अखिलेश शुक्रवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय में शिक्षाविद, कलाकार अध्यापक व अन्य प्रबुद्ध वर्ग के लोगों से बात कर रहे थे। श्री यादव ने चेताया कि भाजपा समाज के लिए खतरनाक है। वह सामंतवादी व्यवस्था की पुनरावृत्ति कर रही है। नफरत फैलाकर समाज के बीच विद्वेष पैदा करने में भाजपा लगी है। धनबल से सत्ता का दुरूपयोग हो रहा है। भाजपा राज में समाज में असुरक्षा की भावना क्यों है?
विकास में दिलचस्पी नहीं रखती भाजपा
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा विकास में दिलचस्पी नहीं रखती है. समाजवादी सरकार में ही सबके विकास के काम हुए हैं. भाजपा राज में शिक्षा-स्वास्थ्य के क्षेत्र में बदहाली है. वस्तुतः भाजपा नेतृत्व के पास कोई विजन नहीं है. भाजपा की राज्य सरकार में तो घोटाले ही घोटाले हैं. मुख्यमंत्री के बड़बोलेपन के बावजूद अपराधी बेखटके अपराधों को अंजाम दे रहे हैं. महिलाएं एवं बच्चियों का मानसम्मान हर क्षण खतरे में है.कानून व्यवस्था महज मजाक बनकर रह गई है.