धर्म कर्म: जयगुरुदेव धाम वासी बाबा जयगुरुदेव जी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी वक़्त के समर्थ सन्त सतगुरु बाबा उमाकान्त जी महाराज ने इंदौर में आयोजित दो दिवसीय सतसंग व नामदान समागम में अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित सन्देश में बताया कि ये काल का देश है और जो उसके नियम को तोड़ता है तो वो कष्ट देते है। सन्त दूसरों के लिए काल के नियम को तोड़ते हैं। गुरु महाराज का मिशन बढ़ रहा है। उस वक्त भले ही लोग कहते हैं कि बाबा के आश्रम का सामान ले गए, भक्त खत्म हो गए लेकिन अत्याचार का अंत होता है। गुरु महाराज जेल गए और छूट कर आये और सम्मान, पेंशन, प्रशस्ति पत्र सब मिला। तो ऐसे ही काली रात आई और खत्म हो गई। लेकिन जिसने अपने पुत्र परिवार के लिए अत्याचार किया वो सब अकाल मृत्यु में गए। अब देखो उनका नाम खत्म होता जा रहा है।

इमरजेंसी में गुरु महाराज को 21 माह जेल में रखा गया

सन्तों से जीवों की तकलीफ बर्दाश्त नही होती इसलिए उसे दूर करने के लिए खुद भी तकलीफ झेलते हैं। क्रूर लोग हर समय रहते है। खान-पान के खराब होने से क्रूरता आ जाती है। सन्त और अत्याचारी दोनों मनुष्य शरीर में ही रहे तो खान-पान का अंतर रहा है। जैसा खावे अन्न, वैसा होवे मन। चाहे कबीर, नानक, पलटू का समय रहा। ऐसा ही इतिहास गुरु महाराज का रहा। उस समय जो शासन में रहे, उन लोगों ने गुरु महाराज को 21 महीने जेल में रखा। वैसे गुरु महाराज ने कहा कि मेरा कोई अपना बच्चा नहीं पर आध्यत्मिक दृष्टि से आप सब को मैं अपना बच्चा मानता हूँ और चाहता हूँ कि सबको रोजी-रोटी मिल जाये, सब ईश्वर का दर्शन करने लग जाएं, लोग सुखी हो जाये। गुरु महाराज को जेल में, बेड़ी में रखा लेकिन सत्य की जीत होती है। फिर 23 मार्च को गुरु महाराज बाहर आये तब से प्रेमी मुक्ति दिवस मनाने लगे, झंडा लगाने लगे और आज 30 मार्च को उतार देते है।

गुरु आदेश का पालन करना ही गुरु भक्ति

गुरु भक्त के बारे में समझाते हुए महाराज जी ने कहा कि जो आदेश का पालन नहीं करता है वो गुरु मुख नहीं, मन मुख होता है। और जो गुरु भक्ति करता है, उसी पर गुरु की दया होती है। उसी पर जयगुरुदेव धाम में बैठे गुरु महाराज दया करते हैं। सतसंग से लोग सुधरते हैं। मोटी बात समझो, दया के घाट पर बैठते रहो ध्यान, भजन, सुमिरन करते रहो तो वो मालिक दया करेगा। जो भक्ति करता है तो दुनिया के काम में भी मदद मिलती है। थोड़ी ही मेहनत में ज्यादा फायदा होने लगता है जब प्रभु दया करते हैं।

31 मार्च को महाराज जी का सतसंग एवं नामदान कार्यक्रम

31 मार्च को पूज्य बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा इंदौर में सतसंग एवं नामदान दिया जाएगा, समय परिस्तिथि अनुकूल होने पर। वहां भारी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होगा। जीवन को नई दिशा देने वाले, शारीरिक, मानसिक, भौतिक व आध्यात्मिक कष्टों को दूर करने का उपाय पूज्य महाराज जी अपने अदभुत सतसंग में बताएँगे। इस अराजनैतिक कार्यक्रम में सभी धर्म प्रेमी सपरिवार सादर आमंत्रित हैं। समय से पधार कर सतसंग का लाभ लें।

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