धर्म कर्म; इस समय के युगपुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि बड़ी संख्या में जीवों द्वारा पाप करके नरकों में जाने, प्रेत योनियों में जाने की वजह से सन्तों का आगमन उन्हें बचाने के लिए हुआ। आज जो चरित्र गिर रहा है, पहले चरित्रहीनता नहीं थी। भारत देश के बच्चे-बच्चियों के चरित्र का गिरना बहुत बड़ा अभिशाप बन जाएगा। आप लोग अपने-अपने बच्चे-बच्चियों का ध्यान रखो, कहां जा रहे हैं, क्या कर रहे हैं, किसके साथ जा रहे हैं, गलत आदतों में तो नहीं पड़ जा रहे हैं। इस पर अगर आप लोग ध्यान नहीं दोगे तो कुछ दिन के बाद आधा देश पागल हो जाएगा।
आधा देश पागल कब कैसे हो जाएगा
एक पागलपन तब होता है जब आकाश तत्व की कमी हो जाती है तब बुद्धि नहीं रहती, आदमी पागल हो जाता है। और एक पागल ऐसा होता है जो नशे में रहता है। आपको पता है कि आपके बच्चे कहां जा रहे हैं? आपके बच्चे के पास स्कूटी गाड़ी भले नहीं हो लेकिन साथी बना लेते हैं कि एक स्कूटी पर तीन-तीन बच्चे बैठ करके निकल जाते हैं। कहां गए? पार्कों के पास, सार्वजनिक जगहों जहां लोग अक्सर घूमने मनोरंजन करने जाते हैं, उनको वहां अगर कोई नशे की बिक्री करने वाला मिल गया, नशे की चीजों को वहां उन्होंने ले लिया, लोग तो सोच रहे हैं कि सिगरेट पी रहे हैं लेकिन नशे वाली चीज उनको मिल गई कि उसके बगैर रह नहीं सकते हैं। फिर अगर उनको घर से खर्च नहीं मिलेगा तो वह ऐसे पेशे को अपना लेंगे जिससे फिर उनके अंदर से मानवता, देशभक्ति, देश प्रेम, माता-पिता का प्रेम खत्म हो जाएगा, क्योंकि तब उनको तो वही (नशे की) चीज चाहिए। तो नशे में धुत को भी पागल कहते हैं कि अरे भाई ये तो पागल हो गया, इससे मत बोलो। बच्चों को समझाते रहो। बुद्धि ही नहीं रहेगी तो फिर क्या रह जायेगा? समझो।
जो जीव हत्या करके मांस खाया, पाप लदा, विचार करो बचेंगे कैसे
महाराज जी ने पांच नाम का नाम दान देने के बदले गुरु दक्षिणा में भक्तों से बुराइयां मांगी और कहा यह सबसे बड़ी आपकी दक्षिणा होगी कि आपकी वजह से किसी भी जीव की हत्या नहीं होनी चाहिए। क्योंकि जीव हत्या, आत्महत्या करना बहुत बड़ा पाप होता है इसलिए इस पाप से बचने के लिए आप अपना विचार करो कि हम कैसे बचेंगे।
देश की संपत्ति को अपना समझो, हड़ताल, तोड़फोड़, आगजनी मत करो, निंदा मत करो
राज के धर्म नियम कानून का पालन करो, अधिकारी कर्मचारी के काम में बाधा मत डालो। दिन-रात आपकी रक्षा में लगे रहते, कानून बनाए रखने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। तो हो सके तो उनका सहयोग कर दो। देश की, देश की रक्षा करो। देश की संपत्ति को आप अपनी संपत्ति समझो। इसका नुकसान न होने पावे। यह खून पसीने के धन से कमाई गई, तैयार की गई है। इसको बर्बाद मत करो, तोड़फोड़ आंदोलन आगजनी मत करो। समाज देश में रहने वाले लोगों का यह धर्म है। किसी भी धर्म की, धार्मिक मजहबी किताब की, हिंदू मुसलमान सिख इसाई की, किसी भी राजनेता की निंदा मत करो। यह भी एक धर्म बनता है। निंदा करने से एक-दूसरे के पाप के भागीदार बन जाना पड़ता है। इससे दूर रहो।