धर्म कर्म: इस समय के युगपुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि जो जानवरों को मारता, काटता, मांस को निकालता, लाता, पकाता, खाता, खिलाता, सबको बराबर पाप लगता है। पाप का बोझा बहुत भारी होता है। पाप न सिंधु समाय। समुद्र में भी पाप नहीं समाता है इसलिए पाप से दूर रहना। तौबा कर लो, कान पकड़ लो, जो भी हिंसा-हत्या आपकी वजह से हुई, अब न होने पावे। मोटी बात समझो- यह मानव मंदिर जिस्मानी मस्जिद है। ईसा मसीह ने इसको टेम्पल ऑफ़ लिविंग गोड कहा। अगर यह (मांसाहार, नशा आदि से) गंदा हो जाएगा तो कितना भी पूजा-पाठ, उपासना, साधना करोगे, प्रभु को कबूल नहीं होगा।
तेजी से बढ़ती नशे की लत से देश का भविष्य-नौजवानों की जवानी खतरे में
प्रभु के जीवों पर दया करो तभी वह मिलेगा जिसे दया सिन्धु, गरीब परवर दिगार। इन गरीबों असहायों को मत मारो जो किसी को आवाज भी न लगा सके। इन पर जब दया करोगे तभी दया सिंधु आप पर दया करेगा। दया करो, कृपा करो, मेहरबानी करो, जियो और जीने दो। खुद भी जियो और इनको भी जीने दो। जवान-जवान बच्चे दुबले हो रहे हैं। तेज हवा चले तो उड़ जाएं। सोचो उनकी जवानी किस काम आएगी? यह अपने लिए, देश समाज के लिए कुछ कर पाएंगे? क्योंकि अंडा मछली मांस के बगैर खा नहीं पाते हैं। दिन में खाते हैं, रात में किसी न किसी सुराख से निकल जाता है। देश का, समाज परिवार का, भविष्य क्या होगा? इसलिए बच्चों पर ध्यान दो। हमारा बच्चा, लड़की कहां जा रही है। कहीं नशेड़ियों, व्यभिचारियों, गलत लोगों के साथ बच्चा तो नहीं पड़ रहा।
अगर ध्यान नहीं दिए तो आपके बच्चे अकाल मृत्यु से प्रेत योनियों में चले जाएंगे
अगर आप बच्चों पर ध्यान नहीं दोगे तो आज कन्नौज जिला के हाथिन में बता करके जा रहा हूं कि कुछ समय बाद यही नौजवान देश के 50%, सौ में पचास नौजवान, यह पागलों जैसे नशे की आदत में इधर-उधर पड़े दिखेंगे, दुर्घटनाएं बढ़ती चली जाएँगी, अकाल मृत्यु, प्रेत योनियों में चले जाएंगे। प्रेतों का पेट बड़ा और मुंह पतला होता है। पेट ही नहीं भरता। खुद परेशान रहते और दूसरों को भी परेशान करते रहते हैं। यही बच्चे प्रेत योनि में चले जाएंगे। आपको ही लग जाएंगे तो आप चैन की रोटी खा पाओगे या कुछ कर पाओगे? इसलिए ध्यान देने की जरूरत है।