UP: प्रदेश में भीषण गर्मी का कहर जारी है, लगातार बढ़ती गर्मी ने अब यूपी में बिजली संकट पैदा कर दिया है। वहीँ दूसरी ओर बिजली की कखपत बढ़ने से एक के बाद एक बिजली उत्पादन इकाइयां ठप हो रही हैं। जिसके चलते लोगों को भारी बिजली कटौती का भी सामना करना पड़ रहा है। 18 से 22 मई के बीच ठप हुई चार इकाइयों के शुक्रवार तक शुरू होने की उम्मीद थी, लेकिन सिर्फ ऊंचाहार की 210 मेगावाट की एक इकाई शुरू हो पाई है। बाकी इकाइयों को ठीक किया जाता इससे पहले ही कल शुक्रवार को 500 मेगावाट की अनपरा की एक इकाई और ठप हो गई। इस तरह प्रदेश में 2020 मेगावाट बिजली का उत्पादन कम हो गया है।

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गर्मी बढ़ते ही प्रदेश में बिजली की समस्या शुरू हो गई है। पिछले साल एक दिन की अधिकतम खपत 58.80 अरब यूनिट थी। जो इस साल बढ़कर सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 60.60 अरब यूनिट पहुंच गई है। एक तरफ तो प्रदेश में बिजली की लगातार मांग बढ़ रही है, तो वहीँ दूसरी तरफ उत्पादन इकाइयां ठप हो रही हैं। पावर काॅरपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने कहा कि उपभोक्ताओं को समुचित बिजली मिलती रहे, इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि, इन इकाइयों के बॉयलर में वाल्व लीकेज हुआ है, जिसे ठीक करने के लिए विभिन्न स्थानों की अतिरिक्त टीमें भेजी गई हैं। उम्मीद है कि शनिवार शाम तक यह शुरू हो जाएंगी। जहां तकनीकी कारणों से उत्पादन प्रभावित हुआ है, उसे भी दुरुस्त कराया जा रहा है। आशीष गोयल ने कहा कि, स्थानीय फाॅल्ट को ठीक करने के लिए पर्याप्त गैंग, ट्राॅली ट्रांसफार्मर आदि सामग्री की व्यवस्था करने के भी निर्देश हैं। ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त न हो इसके लिए सावधानी बरतने, सुरक्षा व आवश्यक अनुरक्षण कार्य कराने के भी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया की, भीषण गर्मी के चलते प्रदेश में पीक डिमांड 28 हजार मेगावाट से अधिक हो गई है। जो भविष्य में 32 हजार मेगावाट से पार जाने की संभावना है। ऐसे में ऊर्जा निगम प्रबंधन के साथ-साथ उत्पादन निगम, ट्रांसमिशन व वितरण निगमों में कार्यरत सभी अभियंताओं को अभी से तत्पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।

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