लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। इस घातक संक्रमण से मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। राजधानी लखनऊ में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। कोरोना संक्रमण की वजह से हो रही मौतें और बड़ी संख्या में अंतिम संस्कार के लिए आ रहे शवों को देखते हुए लखनऊ नगर निगम ने अंतिम संस्कार के लिए 90 नए प्लेटफॉर्म तैयार किए हैं। अब तक कोविड शवों के अंतिम संस्कार के लिए महज दो प्लेटफॉर्म ही थे। रविवार को देर रात इसका फैसला करते हुए सभी प्लेटफॉर्म्स पर दाह संस्कार के लिए सभी इंतजाम कर दिए गए हैं।
रविवार रात 10 बजे तक 50 कोविड शवों का अंतिम संस्कार
नगर निगम प्रशासन ने बताया कि रविवार को रात 10 बजे तक 50 कोविड पॉजिटिव शवों का दाह संस्कार किया गया। महज दो प्लेटफॉर्म होने के चलते पीड़ित परिवारों को कई घंटे इंतजार करना पड़ रहा था। ऐसा अब न हो, इसके लिए बैकुंठ धाम पर 60 और गुलालाघाट पर 30 नए प्लेटफॉर्म तैयार किए गए हैं। इनपर केवल कोविड शवों का ही दाह संस्कार किया जाएगा। बता दें, अब तक बैकुंठ धाम पर एक और गुलालाघाट पर एक इलेक्ट्रिक शवदाह गृह में ही अंतिम क्रिया हो रही थी, लेकिन शवों की भारी संख्या को देखते हुए लकड़ी से अंतिम संस्कार के लिए 90 नए प्लेटफॉर्म तैयार किए गए हैं। इन सभी पर पर्याप्त संख्या में लकड़ी और पूजन सामग्री का इंतजाम भी कर दिया गया है।
दोनों श्मशानों में 90 नए प्लेटफार्म
बता दें, बीते कई दिनों से कोरोना की वजह से लखनऊ में कई मौतें हुईं। परिजनों को शव दाह कराने के लिए 8 से 10 घंटे का इंतजार करना पड़ रहा था। प्लेटफार्म की कमी के चलते लोगों को इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। अब सीधे लकड़ी पर शवदाह शुरू हो गया है। ऐसे में अब नगर निगम ने अपने दोनों श्मशानों में 90 प्लेटफार्म तैयार करवा रहा है। नगर निगम की ओर से बताया गया कि 20 प्लेटफार्म का निर्माण करा दिया गया है, जिसके कारण रविवार शाम चार बजे तक सभी शवों का दाह संस्कार पूर्ण करा दिया गया। 100 नए कर्मचारियों को भैंसाकुंड पर तैनात कर दिया गया है, जो 50-50 की दो शिफ्ट में काम करेंगे।