UP Politics: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के “बंटोगे तो कटोगे” बयान पर टिप्पणी करने से बचते हुए खुद को इस नारे से अलग कर लिया। मौर्य ने कहा कि वह नहीं जानते कि मुख्यमंत्री ने यह बात किस संदर्भ में कही है, इसलिए इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते। हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिया हुआ नारा “सबका साथ, सबका विकास” और “एक है तो सेफ है” ही उनका अपना नारा है।

मुख्यमंत्री के बयान पर केशव मौर्य की चुप्पी
केशव मौर्य ने स्पष्ट रूप से “बंटोगे तो कटोगे” के बयान से खुद को अलग किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो कुछ भी कहा है, वह किसी विशेष संदर्भ में कहा होगा, और वह उस पर टिप्पणी नहीं करना चाहते। यह बयान इस बात को साफ करता है कि मौर्य ने अपनी राजनीतिक लाइन को मुख्यमंत्री के नारे से अलग रखा है।

झांसी अस्पताल घटना पर मौर्य का बयान
झांसी में हुए दर्दनाक अग्निकांड में शिशुओं की मौत को लेकर मौर्य ने गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने इसे “मर्माहत” करने वाली घटना बताया और कहा कि यदि इस मामले में कोई लापरवाही या गलती पाई गई तो सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने बताया कि इस घटना की तीन स्तरीय जांच चल रही है और रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।

परीक्षा विवाद पर मौर्य का बयान
यूपीपीसीएस और RO/ARO परीक्षा को लेकर जो बवाल मचा था, उस पर मौर्य ने कहा कि सरकार का उद्देश्य कभी भी छात्रों का नुकसान करना नहीं था। उन्होंने बताया कि यूपीपीएसी एससी छात्रों की मांगों को मान लिया गया है और उसका समाधान कर लिया गया है। साथ ही, उन्होंने आश्वासन दिया कि RO/ARO परीक्षार्थियों की समस्याओं का भी समाधान जल्दी किया जाएगा।

केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी चुप्पी और अलग राय से यह संकेत दिया कि उत्तर प्रदेश में सत्ता में हिस्सेदारी के बावजूद उनके और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच कुछ मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं। वहीं, मौर्य का यह भी कहना था कि सरकार ने किसी भी परिस्थिति में छात्रों के हितों को नुकसान पहुंचाने का इरादा नहीं किया है, और वह उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

admin

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *