UP by-Polls: उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के प्रचार के अंतिम दिन समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बिना नाम लिए जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई ‘बाबासाहब’ (डॉ. भीमराव अंबेडकर) को मानने वालों और ‘बाबा’ (योगी आदित्यनाथ) को मानने वालों के बीच है। अखिलेश यादव ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि एक ओर वो लोग हैं जो संविधान को बनाने और बचाने की बात करते हैं, जबकि दूसरी ओर वे लोग हैं जो संविधान को मिटाने की कोशिश करते हैं।
ये बाबा साहेब को माननेवाले और ‘बाबा’ को माननेवालों के बीच की लड़ाई है।
एक तरफ़ संविधान को बनाने-बचानेवाले हैं; तो दूसरी तरफ़ संविधान को मिटानेवाले हैं।
अब तक संविधान ने पीडीए की रक्षा की है; अब पीडीए संविधान की रक्षा करेगा!
‘एकता’ का उद्घोष कीजिए
जय संविधान, जय पीडीए!#PDA… pic.twitter.com/Z1XrAheyHc— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 18, 2024
अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर ट्वीट करते हुए कहा, “अब तक संविधान ने पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) की रक्षा की है, अब पीडीए संविधान की रक्षा करेगा! ‘एकता’ का उद्घोष कीजिए। जय संविधान, जय पीडीए!” उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) के फॉर्मूले का हवाला भी दिया, जिसे वह समाज के कमजोर वर्गों के हित में एकजुट करने के लिए लागू कर चुके हैं।
भाजपा PDA से इतना डर गयी है कि DAP के अंदर भी उन्हें अक्षरों के हेर-फेर से पीडीए ही दिखता है।
रचनात्मक जनता और कार्यकर्ताओं ने इसे समझ लिया है। जनता और कार्यकर्ताओं की इस जागरूकता की जितनी सराहना की जाए कम हैं।
जब PDA की सत्ता आएगी
तब ही DAP मिल पाएगी! pic.twitter.com/xWlO10XF73— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 17, 2024
उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। इनमें से आठ सीटें मौजूदा विधायकों के लोकसभा सदस्य बनने के कारण खाली हुई हैं, जबकि सीसामऊ सीट पर उपचुनाव सपा विधायक इरफान सोलंकी की अयोग्यता के कारण हो रहा है। इन सीटों में से कुछ पर पहले सपा ने कब्जा किया था, जबकि कुछ सीटों पर भाजपा का दबदबा रहा है। अखिलेश यादव का यह बयान राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह भाजपा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व को चुनौती दे रहे हैं। उनका बयान पीडीए गठबंधन और संविधान की रक्षा का प्रतीक बनकर उभरा है, जो आगामी चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी की रणनीति को स्पष्ट करता है।