Diljit Dosanjh: दिलजीत दोसांझ अपने भारत दौरे “दिल-लुमिनाती” को लेकर चर्चाओं में हैं। इस दौरे के दौरान उनके कॉन्सर्ट्स के टिकट तेजी से बिक रहे हैं। साथ ही, हाल ही में उनके गानों की सेंसरशिप को लेकर भी काफी चर्चा हुई। यह विवाद तब शुरू हुआ जब तेलंगाना सरकार ने उनके हैदराबाद कॉन्सर्ट से पहले उन्हें एक नोटिस भेजा, जिसमें शराब, हिंसा और नशीली दवाओं को बढ़ावा देने वाले गाने न गाने के निर्देश दिए गए थे।
सेंसरशिप पर दिलजीत का कटाक्ष:-
दिलजीत ने हैदराबाद कॉन्सर्ट में सरकार के निर्देशों का पालन किया, लेकिन अहमदाबाद कॉन्सर्ट में उन्होंने इस मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखी। उन्होंने शराब की दुकानों को बंद करने की वकालत की और कहा कि उनके पास कुछ गाने हैं जिनमें शराब का जिक्र है, लेकिन उनके भक्ति गीतों की कोई बात नहीं करता। लखनऊ कॉन्सर्ट में भी उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी बात रखी। अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में उन्होंने कहा, “मीडिया में बातें चल रही हैं कि दिलजीत बनाम यह और वह। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मेरा किसी से मुकाबला नहीं है। मैं सबसे प्यार करता हूं।”
टीवी एंकर को दिया जवाब:-
एक टीवी एंकर द्वारा गानों में शराब का जिक्र न करने पर चुनौती दिए जाने पर दिलजीत ने लखनऊ में पलटवार किया। उन्होंने कहा, “उनके गाने ‘बॉर्न टू शाइन’, ‘गोट’, ‘लवर’, ‘किन्नी किन्नी’, और ‘नैना’ जैसे कई गाने हैं, जो ‘पटियाला पेग’ से ज्यादा लोकप्रिय हैं। इसलिए आपकी चुनौती पहले ही बेकार हो चुकी है।”
भारतीय सिनेमा पर सवाल:-
दिलजीत ने भारतीय सिनेमा में सेंसरशिप पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “अगर गानों पर सेंसरशिप लगानी है, तो भारतीय सिनेमा पर भी होनी चाहिए। वहां जितनी बड़ी गन, उतना बड़ा हीरो। कौन सा ऐसा बड़ा एक्टर है जिसने शराब का सीन या गाना नहीं किया?” उन्होंने कहा, “जिस दिन सिनेमा पर सेंसरशिप लगेगी, उसी दिन मैं भी गाने बंद कर दूंगा।”
एंकर को दी चुनौती:-
दिलजीत ने आगे कहा कि कलाकारों को सॉफ्ट टारगेट माना जाता है, लेकिन उनका काम कमतर नहीं है। उन्होंने अपनी फिल्मों को मिले नेशनल अवॉर्ड का जिक्र करते हुए कहा, “हमारा काम सस्ता नहीं है।” उन्होंने एंकर को चुनौती देते हुए कहा, “आपकी जिम्मेदारी है सही खबरें दिखाना। मैं आपको चैलेंज करता हूं कि सही न्यूज दिखाइए।”