UP: उत्तर प्रदेश कांग्रेस में सभी कमेटियों को भंग करने के बाद अब संगठन में व्यापक बदलाव की तैयारी शुरू हो गई है। आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए संगठन को मजबूत बनाने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। जो पदाधिकारी लोकसभा चुनाव के दौरान निष्क्रिय रहे, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा, जबकि सक्रिय और युवा चेहरों को प्रमुख जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी।
2027 विधानसभा चुनाव पर फोकस:-
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि अगले दो से ढाई महीनों में नई कमेटी का गठन किया जाएगा। यह कमेटी 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए तैयार की जाएगी। पार्टी बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक संगठन को मजबूत करने पर काम कर रही है।
पार्टी के अंदरूनी खींचतान पर विराम लगाने की कोशिश:-
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, लंबे समय से पार्टी के भीतर चल रहे विवादों और खींचतान को भी इस नए संगठनात्मक बदलाव के जरिए हल करने की कोशिश होगी। पार्टी इस बार विधानसभा चुनाव में मजबूती से उतरने की तैयारी कर रही है, इसलिए संगठन स्तर पर कई महत्वपूर्ण बदलाव किए जा रहे हैं।
जिला और प्रदेश स्तर पर रिपोर्ट तैयार:-
2023 में अजय राय को प्रदेश अध्यक्ष और अविनाश पांडे को प्रभारी बनाए जाने के बाद, दोनों ने प्रदेश के विभिन्न जिलों का दौरा किया। दौरे के दौरान निष्क्रिय और सक्रिय पदाधिकारियों की रिपोर्ट तैयार की गई। इस रिपोर्ट में कई जिला और शहर अध्यक्षों को बदले जाने की सिफारिश की गई है। इसके अलावा प्रदेश कार्यकारिणी के कुछ पदाधिकारियों की कार्यशैली को लेकर भी नाराजगी जाहिर की गई है।
नई कार्यकारिणी में समाधान पर जोर:-
नई कार्यकारिणी में इन सभी समस्याओं का समाधान करने की कोशिश की जाएगी। कांग्रेस इस बदलाव के जरिए संगठन को अधिक प्रभावी बनाना चाहती है, ताकि आगामी चुनावों में पार्टी बेहतर प्रदर्शन कर सके।