Budaun News: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में बीजेपी विधायक हरीश शाक्य और उनके परिवार के 15 सदस्यों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। एमपी-एमएलए कोर्ट ने इस मामले में विधायक शाक्य, उनके भाई और भतीजे सहित अन्य आरोपियों पर गैंगरेप और धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही अदालत ने पुलिस से एफआईआर दर्ज कर निष्पक्ष जांच करने का आदेश दिया है।
मामला भूमि विवाद से जुड़ा हुआ है। याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि उसके पिता ने बुधबई गाँव में स्थित एक जमीन खरीदी थी, जिसकी कीमत 18 करोड़ रुपये थी। इस जमीन को बीजेपी विधायक शाक्य भी खरीदना चाहते थे, और दोनों के बीच इस जमीन की कीमत 16.5 करोड़ रुपये तय हुई थी। याचिका के अनुसार, विधायक ने 40 प्रतिशत पैसे पहले देने का वादा किया था, लेकिन जब शाक्य और उनके साथियों ने समझौता नहीं किया, तो याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि विधायक और उनके गुर्गों ने उन्हें धमकाया और उनके चचेरे भाई को उठाकर प्रताड़ित किया। इसके अलावा, याचिकाकर्ता का दावा है कि विधायक और उनके साथियों ने उसकी पत्नी के साथ सामूहिक बलात्कार किया।
इस मामले पर बदायूं के पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने कहा कि उन्हें अभी तक अदालत से एफआईआर दर्ज करने का कोई आदेश नहीं मिला है। जैसे ही यह आदेश मिलेगा, वह तत्काल कार्रवाई शुरू करेंगे। बीजेपी विधायक हरीश शाक्य ने मामले की जानकारी न होने की बात कही है और कहा कि वह पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं, साथ ही न्यायपालिका पर उन्हें पूरा भरोसा है।