Ambedkar Row: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. भीमराव आंबेडकर पर की गई टिप्पणी के बाद विपक्ष खासकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने इस मुद्दे को लेकर आक्रोश जताया है। बसपा सुप्रीमों मायावती ने इस टिप्पणी को डॉ. आंबेडकर का अपमान करार देते हुए इसे दलित, वंचित और अन्य उपेक्षित समुदायों के दिलों को आहत करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर उनके लिए भगवान जैसे परमपूजनीय हैं और उनके योगदान के बिना दलितों को अपने अधिकारों और सम्मान की रक्षा में कठिन संघर्ष करना पड़ता।
1. देश के दलित, वंचित व अन्य उपेक्षितों के आत्म-सम्मान व मानवीय हकूक के लिए अति-मानवतावादी व कल्याणकारी संविधान के रूप में असली ग्रंथ के रचयिता बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर भगवान की तरह परमपूजनीय हैं। उनका श्री अमित शाह द्वारा किया गया अनादर लोगों के दिलों को आहत पहुँचाता है।
— Mayawati (@Mayawati) December 21, 2024
मायावती ने कहा कि अमित शाह का बयान पूरे देश में लोगों को आक्रोशित और आंदोलित कर रहा है, खासकर आंबेडकरवादियों और बसपा समर्थकों के बीच। इस मुद्दे को लेकर बसपा ने अमित शाह से अपने बयान को वापस लेने और पश्चाताप करने की मांग की है। अगर यह मांग पूरी नहीं होती, तो बसपा 24 दिसंबर को देशभर में शान्तिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान कर चुकी है। प्रदर्शन जिला मुख्यालयों पर आयोजित किया जाएगा।
3. ऐसे में माँग न पूरी होने पर फिर पूरे देश में आवाज उठाने की बात बीएसपी द्वारा की गई। इसीलिए अब पार्टी ने अपनी इस माँग के समर्थन में 24 दिसम्बर 2024 को देशव्यापी आन्दोलन करने का फैसला लिया है। उस दिन देश के सभी जिला मुख्यालयों पर पूर्णतः शान्तिपूर्ण धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
— Mayawati (@Mayawati) December 21, 2024
मायावती ने यह भी आरोप लगाया कि अन्य प्रमुख दल जैसे कांग्रेस और भाजपा डॉ. आंबेडकर का सच्चे मन से सम्मान नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि अगर ये दल बाबा साहेब का सम्मान नहीं कर सकते तो कम से कम उनका अनादर न करें, क्योंकि आंबेडकर के कारण ही एससी, एसटी और ओबीसी वर्गों को संविधान में कानूनी अधिकार प्राप्त हुए।