HMPV: चीन में ह्यूमन मेटापेन्यूमोवायरस (HMPV) तेज़ी से फैल रहा है। भारत में इसके दस्तक से लोगों की चिंताएं बढ़ने लगी हैं। हाल ही में इसका नया केस मंबई में मिला है। मुंबई में पवई स्थित हीरानंदानी अस्पताल में भर्ती 6 महीने की बच्ची में इसके सिम्पटम्स मिले। सबसे पहले नवम्बर में इसका एक मामला कोलकाता में सामने आया था। जहाँ 6 महीने का बच्चा इससे संक्रमित था।
भारत में HMPV के केस बढ़ने से लोगों में डर का माहौल है। लोगों ने इसकी तुलना कोविड-19 से शुरू कर दी जिसपे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बयान देते हुए कहा की एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है। इसकी पहचान 2001 में हुई थी और यह सालों से दुनिया में फैल रहा है। केंद्रीय मंत्री के मुताबिक HMPV के मामलो में बढ़ोतरी हो रही है हालाँकि भारत सरकार इसपे नज़र बनाये हुए है।
मुंबई में पाए गए HMPV वायरस से ग्रसित 6 महीने की बच्ची को सांस लेने में तकलीफ होने लगी जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर्स ने नये रैपिड पीसीआर टेस्ट के जरिए पुष्टि की है कि वह HMPV से संक्रमित है। बच्ची को आईसीयू में ब्रोंकोडायलेटर्स जैसी दवाओं से लक्षणों का उपचार दिया गया। पांच दिनों बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
इसी दौरान बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक उन्हें इस मामले की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। लेकिन उन्होंने इन्फ्लूएंजा और गंभीर श्वसन संक्रमण की निगरानी बढ़ा दी है। डॉक्टर्स का कहना है की HMPV दशकों से बच्चों और बुजुर्गों को ज़्यादा प्रभावित करता है। हालांकि यह कोविड जैसी महामारी से अलग है।