Iron Rich Food: आयरन की कमी एक गंभीर समस्या बन सकती है, जो शरीर में थकान, कमजोरी और इम्यून सिस्टम की कमजोरी का कारण बनती है। हालांकि, आयरन की कमी को पूरा करने के लिए आयुर्वेदिक उपाय काफी प्रभावी हो सकते हैं। डॉक्टर चेताली राठौर ने आयरन की कमी को दूर करने का एक आसान और प्राकृतिक उपाय साझा किये है, जिसे आप घर पर आसानी से अपना सकते हैं। आयरन की कमी को दूर करने के लिए आयुर्वेद में कई प्रभावी उपाय हैं, जो न केवल शरीर को स्वस्थ बनाते हैं, बल्कि इम्यूनिटी को भी मजबूत करते हैं। यहां दिए गए उपायों को अपनाकर आप आयरन की कमी को प्राकृतिक तरीके से दूर कर सकते हैं.
आयुर्वेदिक उपाय के अनुसार…
आंवला और शहद: आंवला आयरन के अवशोषण में मदद करता है, और शहद शरीर को पोषण देता है। एक चम्मच आंवला पाउडर को शहद के साथ मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करें। इससे आयरन की कमी को धीरे-धीरे दूर किया जा सकता है।
तुलसी, गिलोय और आंवला का काढ़ा: आयरन की कमी को दूर करने के लिए एक प्रभावी आयुर्वेदिक काढ़ा तैयार किया जा सकता है। इसके लिए तुलसी, गिलोय, आंवला और गुड़ को पानी में उबाल लें और इस काढ़े को रोजाना पीने से आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है। यह काढ़ा शरीर में ताकत और ऊर्जा भी प्रदान करता है।
गुड़ और चना: गुड़ और चना आयरन के अच्छे स्रोत हैं। रोज सुबह मुट्ठी भर भुने चने के साथ एक टुकड़ा गुड़ खाने से आयरन की कमी पूरी होती है और पाचन तंत्र भी मजबूत होता है।
हरी सब्जियां: पालक, मेथी, सरसों और चौलाई जैसी हरी सब्जियां आयरन से भरपूर होती हैं। इन सब्जियों को आयुर्वेदिक तरीकों से, जैसे घी और हल्दी के साथ पकाकर, अधिक पोषक तत्वों से भरपूर बनाया जा सकता है।
तिल और गुड़ की लड्डू: तिल और गुड़ के लड्डू आयरन से भरपूर होते हैं। खासकर सर्दियों में एक लड्डू रोज खाने से आयरन की कमी दूर होती है।
आयुर्वेदिक काढ़ा: आयरन की कमी को दूर करने के लिए आयुर्वेद में हर्बल काढ़ा बहुत प्रभावी होता है। इसमें तुलसी, गिलोय, आंवला और गुड़ को उबालकर बनाया जाता है। इसे रोजाना पीने से जल्दी लाभ होता है।
इन आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर आप प्राकृतिक रूप से आयरन की कमी को पूरा कर सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।