MahakumbhStampede: महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद, प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रायबरेली में भी अलर्ट जारी कर दिया है। प्रशासन की तरफ से प्रयागराज की तरफ जाने वाला ट्रैफिक रायबरेली में रोका गया है। जहां लाखों श्रद्धालु प्रयागराज की ओर रुख कर रहे थे, वहीं प्रशासन ने इलाके में ट्रैफिक को रोका और यातायात की व्यवस्था को नियंत्रित किया।
रायबरेली में ट्रैफिक रोकने का कदम
महाकुंभ में हुए हादसे के बाद प्रशासन ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए बछरावां, हरचंदपुर के आईडीटीआर, आईटीआई, और ऊंचाहार जैसे क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही रोक दी है। इसके अलावा, रायबरेली पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए होल्डिंग एरिया भी सक्रिय कर दिए गए हैं।
रायबरेली के वरिष्ठ अधिकारी, आईजी प्रशांत कुमार ने क्षेत्र का निरीक्षण किया और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उनका कहना था कि जब तक संगम में भीड़ कम नहीं हो जाती, तब तक ट्रैफिक को बहाल नहीं किया जाएगा।
#महाकुंभ_मेला पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत #रायबरेली रे०स्टे० पर जा रहा चेकिंग अभियान।
So रायबरेली मय फोर्स GRP/RPF के द्वारा प्लेटफार्म, ट्रेन व ओवरब्रिज में चेकिंग/भ्रमण कर लाउड हेलर के माध्यम से यात्रियों को जागरूक किया जा रहा है।@Uppolice @upgrphq@raebarelipolice pic.twitter.com/wsxHJX7Rxc
— SP GRP LUCKNOW (@spgrplucknow) January 28, 2025
प्रयागराज जाने वाले मार्ग पर यातायात व्यवस्था में बदलाव
लखनऊ से प्रयागराज जाने वाले मार्गों पर भीषण जाम की स्थिति बन गई है। कई वाहन लखनऊ की ओर वापस किए जा रहे हैं, और यात्रियों को होल्डिंग एरिया में रोका जा रहा है। ऊंचाहार के चौराहे पर बैरिकेडिंग लगाकर श्रद्धालुओं को रोकने की व्यवस्था की गई है।
जिलाधिकारी हर्षिता माथुर और पुलिस अधीक्षक डा. यशवीर सिंह ने अधिकारियों के साथ मिलकर यात्रियों के ठहरने के स्थानों का निरीक्षण किया है। ऊंचाहार क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं को ठहरने की व्यवस्था की गई है, जैसे कि बाबा का पुरवा, चड़रई चौराहा, और अरखा के जवाहर इंटर कालेज।
श्रद्धालुओं की परेशानी
प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों के बावजूद, कई श्रद्धालु इस समय असुविधा का सामना कर रहे हैं। उन्हें बताया जा रहा है कि संगम में भीड़ कम होने के बाद उन्हें आगे भेज दिया जाएगा, लेकिन इन यात्रियों के लिए इंतजार करना आसान नहीं है। कई जगहों पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु फंसे हुए हैं, जो अपनी यात्रा पूरी करने के लिए तरस रहे हैं।