उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिलेश यादव, ने हाल ही में महाकुंभ मेला में फंसे लोगों की मदद के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट के जरिए उन्होंने सरकार से कुछ तत्काल राहत उपायों की मांग की है, जिन्हें लागू करके मेला क्षेत्र में फंसे लाखों लोगों की मदद की जा सकती है।
उप्र सरकार को महाकुंभ में फँसे लोगों के राहत के लिए व्यवस्था संबंधित सुझाव :
– भोजन-पानी के लिए जगह-जगह दिन-रात ढाबे खोलने और भंडारों के आयोजन की अपील की जाए।
– प्रदेश भर से मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ़ को स्वयं सेवी लोगों के दुपहिया वाहनों के माध्यम से दूरस्थ इलाक़ों में फँसे…— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 30, 2025
1. भोजन और पानी की व्यवस्था
अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में प्रदेश सरकार से अपील की है कि वह महाकुंभ स्थल पर और आसपास के क्षेत्रों में जगह-जगह ढाबे खोलने और भंडारों का आयोजन करें। इस कदम से न केवल तीर्थयात्रियों को भोजन और पानी की आवश्यकता पूरी होगी, बल्कि उन क्षेत्रों में भी राहत पहुंचाई जा सकेगी जहां लोग ठहरे हुए हैं और राशन की कमी महसूस कर रहे हैं।
2. मेडिकल सुविधा और आपातकालीन सेवाएं
इसके अलावा, अखिलेश यादव ने चिकित्सा सेवाओं को तत्काल सुलभ बनाने की मांग की है। उनका सुझाव है कि प्रदेशभर से मेडिकल और पैरा-मेडिकल स्टाफ़ को स्वयंसेवी लोगों के माध्यम से दूर-दराज के क्षेत्रों में भेजा जाए, ताकि वहां फंसे लोगों को सही समय पर उपचार मिल सके। इस समय महाकुंभ स्थल पर अधिक संख्या में लोग मौजूद हैं, और बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ सकता है।
3. पेट्रोल-डीज़ल की आपूर्ति
महाकुंभ स्थल के आसपास लाखों वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं, जिनमें से कई वाहन पेट्रोल और डीजल की कमी से जूझ रहे हैं। अखिलेश यादव ने सरकार से अनुरोध किया है कि इन वाहनों को जरूरी ईंधन की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, ताकि तीर्थयात्री अपने गंतव्य तक पहुंच सकें और स्थिति से उबर सकें।
4. ठंड से बचाव के उपाय
कड़ाके की ठंड को देखते हुए अखिलेश यादव ने सरकार से फंसे हुए लोगों के लिए गर्म कपड़े और कंबल मुहैया कराने की भी मांग की है। उन्होंने यह सवाल उठाया है कि जब हजारों करोड़ रुपये प्रचार पर खर्च किए जा रहे हैं, तो सरकार राहत कार्यों के लिए कुछ करोड़ रुपये क्यों नहीं खर्च कर रही है?
5. परिवारों की खोज
महाकुंभ में कई लोग अपने परिजनों से बिछड़ चुके हैं। अखिलेश यादव ने इस समस्या का समाधान पेश करते हुए कहा है कि सरकार को महाकुंभ हादसे में मारे गए लोगों की सूची जारी करनी चाहिए। यदि मृतक की पहचान नहीं हो पा रही है, तो उनके वस्त्र या चित्रों के माध्यम से उनकी पहचान करायी जा सकती है, जिससे परिवारों को राहत मिलेगी और उनकी आशंकाएं दूर होंगी।
6. दुकानदारों का मुआवजा
अखिलेश यादव ने यह भी कहा है कि उन दुकानदारों की सहायता की जाए जिन्होंने भूखे-प्यासे तीर्थयात्रियों की मदद की थी, लेकिन उनके पास आवश्यक संसाधन या सामान नहीं था। ऐसे दुकानदारों को सरकार से मुआवजा मिलना चाहिए, क्योंकि इस दुर्बल व्यवस्था के कारण उन्हें नुकसान उठाना पड़ा।