हैदराबाद:एस्ल्सैलम लेफ्ट बैंक नहर परियोजना का निर्माण कार्य चल ही रहा था, निर्माण कार्य के दौरान एक हिस्सा ढह गया , जिसका 24 घंटे से बचाव कार्य किया जा रहा हैं, वही फंसे हुए इंजीनियरों और श्रमिकों के नजदीक बचाव दल पहुच गए हैं, और अब उन्हें निकालने के लिए ऑपरेशन जारी है, इसकी जानकारी अधिकारियों ने साक्षा की ।
सूत्रों ने अनुसार बताया जा रहा कि नागरकुरनूल जिले में स्थित घटना स्थल पर बचाव दल ने फंसे हुए लोगों के नाम पुकारे, लेकिन उन लोगों को कोई जवाब नहीं मिला, जिससे बचाव कर्मियों के लोग चित्ता में आ गए, बचाव कर्मियों ने सुरंग के अंदर 13वीं किलोमीटर तक पहुँचने में सफलता प्राप्त की, जो उस स्थान के पास है जहां शनिवार सुबह 8:30 बजे हादसा हुआ था। बचाव के दौरान मलवा और लोहे की राड़ काभी आने के कारण बचाव कार्मियों को काभी दिक्कतों ता सामना करना पड़ रहा हैं । वही सूत्रों ने अनुसार बताया गया की “बचाव दल उस स्थान तक पहुंचने में सफल रहा हैं, जहां शनिवार को सुरंग बोरिंग मशीन स्थित थी।
सुरंग की छत गिरने के समय, 50 लोग पहले शिफ्ट में सुरंग के अंदर गए थे। सुरंग बोरिंग मशीन के साथ ये लोग 13.5 किलोमीटर तक पहुंचे थे, जब छत गिर गई। आठ लोग सुरग के अंदर फस गए थे, जिसमें दो इंजीनियर और छह श्रमिक शामिल हैं, जबकि 42 अन्य सुरंग के बाहर की ओर दौड़कर सुरक्षित बाहर निकल आए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव से फोन पर बात की और घटना के बारे में पूरी जानकारी ली। उन्होंने बचाव कार्य में केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
वही सुरग की दुर्घटना पर चिंता जताते हुए केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी ने घटना की जानकरी ली औऱ अधिकारियों से फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने को कहा। उनके कार्यालय से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि उन्होंने अधिकारियों से घायलों को उपचार मुहैया कराने को भी कहा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग फंसे हुए हैं। राज्य सरकार उन सभी लोगों को बचाने की कोशिश कर रही है।