Politics: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता योगी आदित्यनाथ ने मथुरा की जन्मभूमि को लेकर अब तक का सबसे बड़ा बयान दिया है। इसके साथ ही उन्होंने संभल के मुद्दे पर भी विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हम दुनिया को दिखाएंगे कि काम इस्लामिक मान्यताओं से हटकर किया गया है। समाचार एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में सीएम योगी ने कहा, “क्या मथुरा श्रीकृष्ण की जन्मभूमि नहीं है? हम कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं, वरना अब तक वहां बहुत कुछ हो चुका होता।”
संभल के मामले में उन्होंने कहा कि जितने भी सवाल होंगे, सबका जवाब देंगे। साथ ही दुनिया को यह भी बताया जाएगा कि वहां क्या हुआ था। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “आपने इस्लाम से अलग हटकर काम किया है।”
कानून व्यवस्था पर बयान:-
रामनवमी और ईद के दौरान राज्य में कानून-व्यवस्था पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “हम समय-समय पर प्रशासन के साथ बैठक करते हैं और इसके लिए हमने एक एसओपी भी तैयार की है। उत्तर प्रदेश पहला राज्य है, जिसने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार अपने क्षेत्र में शोर-शराबा और धार्मिक आयोजनों से जुड़े दिशा-निर्देशों को लागू किया है। इससे अनावश्यक विवादों को नियंत्रित किया गया है।” उन्होंने पिछले साल पश्चिम बंगाल में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा का जिक्र करते हुए कहा, “अगर हम उत्तर प्रदेश में ऐसा माहौल बना सकते हैं तो पश्चिम बंगाल में ऐसा क्यों नहीं हो सकता?”
‘जनता का समर्थन ही सरकार की ताकत है’:-
सीएम योगी ने यूपी में सीएम बदलने की अफवाहों पर भी जवाब दिया और कहा, “जनता का समर्थन ही हमारी सरकार की असली ताकत है।” होली के दौरान मस्जिदों को ढकने के लिए तिरपाल इस्तेमाल करने पर सवालों का जवाब देते हुए सीएम ने कहा, “हमने मस्जिदों पर रंग न डालने के सख्त निर्देश दिए हैं। लेकिन अगर गलती से रंग गिर भी जाए तो उससे किसी के अस्तित्व को कोई नुकसान नहीं होता। क्या मुहर्रम के दौरान निकाले गए जुलूसों के झंडों की छाया मंदिरों या हिंदू घरों पर नहीं पड़ती? तो क्या इससे हिंदू धर्म अपवित्र हो जाता है?”
उन्होंने यह भी कहा, “हमने प्रशासन को निर्देश दिया है कि अगर कहीं रंग गिर गया है तो तुरंत सफाई कराई जाए। आप तो रंग-बिरंगे कपड़े पहनते हैं, फिर आपको होली का रंग क्यों स्वीकार्य नहीं है? यह तो साफ दोहरा मापदंड है।”